उत्तराखंड विधानसभा में पूर्व में विधानसभा अध्यक्षों द्वारा नियुक्त कर्मचारियों को सेवा से निकाले जाने के सरकार के फैसले पर नैनीताल हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। हाई कोर्ट के इस निर्णय के बाद फिलहाल कर्मचारियों की नौकरी बरकरार रहेगी। उल्लेखनीय है, कि वर्तमान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण द्वारा विधानसभा में बैकडोर से हुईं 250 भर्तियों को निरस्त कर दिया था।
The single bench of the Nainital High Court, while staying the order of employees fired from the Uttarakhand Legislative Assembly, issued on September 27 of the Vidhan Sabha Secretariat, has directed the state government and other parties to submit their replies. pic.twitter.com/yfc7WjJbiQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 15, 2022
बता दें, वर्ष 2016 की जो 150 भर्तियां निरस्त की गई है, यह नियुक्तियां कांग्रेस सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष रहे गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल के दौरान हुई थी। वहीँ 2020 की छह, 2021 की 72 तदर्थ व 22 उपनल की भर्तियां भाजपा सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल में हुई थी।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा, कि 2011 से पूर्व विधानसभा में जो नियुक्तियां की गई थी, वह कर्मचारी नियमित हो चुके है। उनकी नियुक्ति किस प्रकार हुई, नियमितिकरण कैसे किया गया, पदोन्नतियां कैसे हुईं, इस पर विधिक सलाह लेने के बाद कार्रवाई की जाएगी।