तक़रीबन ढाई साल पहले अमेजन प्राइम की वेब सिरीज ‘ब्रीद’ का दूसरा सीजन 10 जुलाई को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज कर दिया गया है। इस वेब सीरीज का नाम “ब्रीद इंटू द शैडोज” रखा गया है। इस वेब सीरीज से अभिषेक बच्चन का डिजिटल अवतार हो रहा है।
ब्रीद सीजन २ का पिछली सीरीज की कहानी से कोई लेना देना नहीं है। पहले सीजन में एक पिता जो अपने बेटे को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। और इस बार कहानी में एक माँ बाप अपनी बेटी को बचाने के लिए हर हद पार कर जाते हैं। इस बार मुंबई की जगह दिल्ली कहानी का केंद्र है।
दिल्ली में रहने वाले अविनाश सभरवाल (अभिषेक बच्चन) जो पेशे से एक मनोचिकित्सक है। और उनकी वाइफ आभा (नित्या मेनन) एक शेफ है और उनकी एक 6 साल की बेटी है जिसका नाम सिया (इवाना कौर) है। अचानक एक दिन नोएडा की एक मेडिकल स्टूडेंट गायत्री (रेशम श्रीवर्धन) का भी अपहरण हो जाता है। और उसके कुछ दिनों बाद सिया भी गायब हो जाती है।
काफी खोजबीन के बाद भी दोनों का नौ महीने तक कुछ पता नहीं चलता लेकिन फिर एक दिन किडनैपर अविनाश को एक वीडियो मैसेज भेजता है की अगर अपनी बेटी को जिन्दा देखना चाहते हो तो उसे एक आदमी को मरना पड़ेगा और फिर शहर में एक बाद एक मर्डर होने लगते है।
कबीर (अमित साध) को इस हत्या का केस सौंपा जाता है जो ट्रांसफर लेकर दिल्ली क्राइम ब्रांच में आया है। उसके साथ सब-इंस्पेक्टर प्रकाश काम्बले (हृषिकेश जोशी) भी दिल्ली आ जाता है। इस केस को दिल्ली क्राइम ब्रांच की तेजतर्रार इंस्पेक्टर जेबा रिजवी (श्रद्धा कौल) कबीर को केस इंचार्ज बना दिए जाने से खुश नहीं है। इस केस में दिल्ली के इंस्पेक्टर जय प्रकाश (श्रीकांत वर्मा) भी काम कर रहे हैं। इस बीच एक महिला की हत्या हो जाती है। अविनाश सभरवाल भी पुलिस की मदद के नाम पर इस मर्डर केस के साथ जुड़ जाता है।
ब्रीद इंटू द शैडोज में 12 एपिसोड हैं और हर एपिसोड लगभग 50 मिनट लम्बा है। ब्रीद इंटू द शैडोज का निर्देशन मयंक शर्मा ने किया है। इस कहानी को उन्होंने , अरशद सयेद, भवानी अय्यरऔर विक्रम तुली के साथ मिलकर लिखा है।
अभिषेक बच्चन का अभिनय ठीक ठाक है उनके किरदार को सही ढंग से गढ़ा नहीं गया है। अमित साध ने एक बार फिर अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है। एक पुलिस वाले की भूमिका में वह प्रभावशाली लगे हैं। नित्या मेनन का अभिनय शानदार है उनकी आँखे में आत्मविश्वास नजर आता हैं। हृषिकेश जोशी और श्रीकांत वर्मा की कॉमिक टाइमिंग जबरदस्त है। मेघना की भूमिका में प्लाबिता बोरठाकुर ने अच्छा अभिनय किया हैं। रेशम श्रीवर्धन का काम भी बढ़िया है। जेबा रिजवी ने भी अपने अभिनय से किरदार में जान डाल दी है। पा की भूमिका में एन. रवि और नताशा गरेवाल की भूमिका में श्रुति बापना का अभिनय भी अच्छा हैडाल बाकी सारे कलाकारों ने भी अपने हिस्से का काम ठीक किया है।
लंबी और धीमी होने के बावजूद यह वेब सीरीज बोर नहीं करती है। रावण के साथ कहानी को जोड़ कर निर्देशक कुछ अलग रोमांच पैदा नहीं कर पाए है। कुल-मिलाकर ब्रीद इंटू द शैडोज का ये सीजन और कुछ नहीं तो इस सीरीज में काम करने वाले सह कलाकारों के लिए तो इसे एक बार तो जरूर देखा जा सकता है।