उत्तराखंड : ऋषिकेश के भरत विहार निवासी एक युवक ने न्यायिक परीक्षा में बार-बार मिल रही असफलता के बाद अपने तीन वर्षीय मासूम बेटे को गोद में बैठा कर कार चीला शक्ति नहर में डाल दी। खबरों के अनुसार, पुलिस और एसडीआरएफ की संयुक्त टीमें नहर में तलाशी अभियान चला रही है। बताया जा रहा है, बीते शनिवार की शाम युवक अपने पुत्र राघव को लेकर अपनी आल्टो कार से घर से निकला था। जिसके बाद वह लौटकर नहीं आया।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी रवि सैनी ने बताया, कि भरत विहार ऋषिकेश निवासी सुनील बंसल ने शनिवार की शाम अपने पुत्र अर्चित बंसल (32) और अर्चित के पुत्र राघव (03) के गुमशुदा होने की शिकायत दर्ज कराई थी। अर्चित के पिता ने पुलिस को बताया, कि अर्चित इस बार भी न्यायिक परीक्षा में सफल नहीं हो पाया, और वह इससे पहले भी तीन बार परीक्षा दे चुका था। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को जानकारी मिली, कि अर्चित ने अपने घर में रुद्रप्रयाग जाकर खुदखुशी करने की बात कही थी।
मामला संज्ञान में आते ही ऋषिकेश कोतवाली के प्रभारी द्वारा अर्चित के घर के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज की जांच कराई, तो उसमें अर्चित अपनी कार से बैराज की ओर जाता नजर आया। बैराज पर लगे सीसीटीवी कैमरे में वह चीला शक्ति नहर की तरफ जाता दिखाई दिया। पुलिस ने चीला की दिशा से भी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कराई, लेकिन जांच में अर्चित का वाहन कहीं भी नजर नहीं आया। इसके बाद पुलिस ने बीन नदी और उसके आसपास अर्चित की खोजबीन शुरू कर दी।
इसी बीच रविवार की शाम लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी वीरेंद्र रमोला को खबर मिली थी, कि एक व्यक्ति ने चीला नहर में कार के डूबने की एक छोटी सी वीडियो क्लिप बनाई है। इस सूचना के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आ गई, और ऋषिकेश और लक्ष्मण झूला पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर जाकर वहां मौजूद लोगों से इस वीडियो क्लिप की पुष्टि की, कि बीते शनिवार की शाम एक व्यक्ति ने नहर में अपनी कार को उतारा था, जिसके बाद से उसका कोई पता नहीं चल पाया।
पुलिस ने तलाशी अभियान में सहायता के लिए एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन दल की टीम को मौके पर बुलाया। नहर में राफ्ट के जरिये युवक और उसके पुत्र की खोजबीन की गई, लेकिन फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी ने बताया, कि एसडीआरएफ के गोताखोर को जांच के लिए नहर में उतारा जाएगा।