यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव गुरुवार (31 मार्च) को दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंच गए है। यूक्रेन पर रुसी हमले के बाद उनकी यह पहली भारत यात्रा है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जराखोवा ने बताया, कि लावरोव शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से वार्ता करेंगे। हालांकि, लावरोव की यात्रा को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई मीडिया एडवायजरी में पीएम मोदी के साथ रुसी विदेश मंत्री की बैठक का कोई जिक्र नहीं है।
#WATCH | Foreign Minister of Russia, Sergey Lavrov arrives in New Delhi for an official visit
(Video Source: MEA Spokesperson Arindam Bagchi) pic.twitter.com/6kM1nJRYli
— ANI (@ANI) March 31, 2022
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का भारत दौरा बेहद खास बताया जा रहा है, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच की जारी जंग को लेकर भारत पर अमेरिकी सरकार द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है। बता दें, कि भारत ने इस विषय पर हर बार अंतरराष्ट्रीय मंचो पर, फिर चाहे वो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ लाया गया मतदान प्रस्ताव हो अथवा संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में रूस पर नकेल कसने के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव हो, सभी से दूर रहकर अपने तटस्थ बने रहने का स्पष्ट संकेत दिए थे।
उल्लेखनीय है, कि रूसी विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है, जब यूक्रेन में भीषण युद्ध जारी है, इस लिहाज से पूरी दुनिया की निगाहें इस बैठक पर रहने वाली है। गौर करने वाली बात है, कि कुछ दिन पहले ही चीन के विदेश मंत्री भारत का दौरा कर चुके है। यूक्रेन-रूस युद्ध संकट के बीच पिछले कुछ हफ्तों से कई विदेश मंत्रियों ने भारत की यात्रा की है। इससे पहले ऑस्ट्रिया और ग्रीस के विदेश मंत्री भारत का दौरा कर चुके है। वहीं अमेरिका की राजनीतिक मामलों की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नुलांड भी मार्च महीने में भारत दौरे पर आई थी।
विदेशी मामलों के जानकर अनुमान लगा रहे है, कि रूस के विदेश मंत्री लावरोव की यात्रा के दौरान भारत द्वारा रूस से तेल और द्विपक्षीय कारोबार के लिए भुगतान प्रणाली और एस-400 मिसाइल प्रणाली के उपकरणों समेत सैन्य हथियारों की समय पर आपूर्ति पर चर्चा हो सकती है। गौरतलब है, कि रुसी विदेश मंत्री लावरोव की यह यात्रा ऐसे वक्त पर हुई है, जब अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह और ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस भी भारत दौरे पर है। इससे पहले जर्मनी के विदेश एवं सुरक्षा नीति सलाहकार जेन्स प्लॉटनर भारत के दौरे पर आए हुए थे।
Russia's Foreign Minister Sergey Lavrov has arrived in New Delhi for a visit. He will meet Prime Minister Narendra Modi and Foreign Minister Dr S Jaishankar on 1 April, Russian Foreign Ministry spokeswoman Maria Zakharova said.
(File photo) pic.twitter.com/wn3aJ5ekVc
— ANI (@ANI) March 31, 2022
उल्लेखनीय है, कि कई अन्य कथित वैश्विक शक्तियों के उलट भारत ने अभी तक यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की आलोचना नहीं की है। भारत ने रूसी आक्रमण की निंदा करने वाले प्रस्तावों पर संयुक्त राष्ट्र के मंचों पर मतदान में भाग लेने से परहेज किया है। बीते गुरुवार को यूक्रेन में मानवीय संकट को लेकर रूस द्वारा पेश प्रस्ताव पर मतदान के दौरान भी भारत अनुपस्थित रहा था। भारत का यह कदम इस युद्ध को लेकर भारत के निष्पक्ष रवैये को प्रदर्शित करता है। बता दें, कि यूक्रेन के खिलाफ रुसी हमले के बाद पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर तीन बार और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से दो बार बात कर चुके है।