राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा अब्दुल्ला का तलाक हो चुका है। इस बात का खुलासा राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल पायलट के हलफनामे के जरिये हुआ है। गौरतलब है, कि सारा अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला की बेटी है और उमर अब्दुल्ला की बहन है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सचिन पायलट ने टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर 31 अक्टूबर 2023 को अपना नामांकन पर्चा भरा था। इसमें पत्नी के नाम वाले कॉलम में उन्होंने तलाकशुदा दर्ज किया है। गौरतलब है, इससे पहले 2018 में चुनावी हलफनामे में पायलट ने सारा अब्दुल्ला को पत्नी बताया था। वैसे यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, कि दोनों ने तलाक कब लिया।
बताया जा रहा है, सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला के बीच पनपा प्यार और फिर शादी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है, लेकिन इस रिश्ते का अंजाम ऐसा होगा, इस बात का अंदाजा किसी को भी नहीं था। सब यही मान रहे थे, कि दोनों पति-पत्नी साथ में है, लेकिन विधानसभा चुनाव 2023 के लिए दिए एफिडेविट में पायलट ने पत्नी के नाम के स्थान पर तलाकशुदा लिखकर प्यार के अंत होने की जानकारी सार्वजनिक कर दी है।
सचिन और सारा अब्दुल्ला ने जब शादी करने का निर्णय किया था, तो उस दौरान दोनों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। दरअसल सचिन गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखते है, वहीं सारा एक रुढ़िवादी मुस्लिम कुनबे से थी। सचिन और सारा का परिवार शुरू से ही इस रिश्ते के लिए रजामंद नहीं था। सचिन और सारा की लव स्टोरी जब सार्वजनिक हुई, तो सारा के पिता फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ जम्मू कश्मीर में प्रदर्शन होने लगे और खुद फारुक की पार्टी के कई सदस्य उनके खिलाफ हो गए।
लेकिन तमाम मुश्किलों और परिवार की रजामंदी ना मिलने की दशा में सचिन और सारा ने जनवरी 2004 में शादी करने का निर्णय लिया। ये शादी बिल्कुल साधारण तरीके हुई, जिसमें बहुत कम मेहमानों ने शिरकत की। हालांकि सारा के परिवार ने इस शादी का बहिष्कार कर दिया था, लेकिन जैसे-जैसे सचिन पायलट राजनीतिक बुलंदियों को छूते रहे, अब्दुल्ला परिवार की नाराजगी भी दूर हो गई। दरअसल शादी के कुछ ही महीनों के बाद सचिन पायलट ने राजनीति में कदम रख दिया, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।