हिन्दू समाज के प्रहरीयो द्वारा चले अंतहीन संघर्षो एवं राम भक्तो के बलिदानो के पश्चयात बनने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के जन्मस्थान पर निर्माणशील भव्य मंदिर के लिए हिन्दुस्तान के नागरिक एवं हिन्दू सम्माज के लोग जी खोल दान कर रहे है।
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण हेतु भारतीय सम्माज का प्रत्येक व्यक्ति अपनी क्षमता अनुसार दान कर रहा है। इस अभियान में महिलाये,बच्चे ,बुजुर्ग समेत संत सामाज के लोगो ने बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लिया है। दशकों के संघर्ष एवं कारसेवको के जीवन बलिदान एवं क़ानूनी अड़चन के बाद बनने वाले इस मंदिर के निर्माण कार्य के सहयोग के लिए कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता है।
मंदिर निर्माण के दान हेतु ऋषिकेश स्थित स्वर्गाश्रम निवासी 83 वर्षीय बाबा स्वामी शंकरदास द्वारा सम्पूर्ण जीवन की बचत जो एक करोड़ है, उस राशि को श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट में दान कर दी। सन्यासी शंकरदास द्वारा एक करोड़ का चेक राष्ट्रीय सेवक संघ के जनपद संचालक को सौपा गया।
इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर एवं आरएसस के प्रतिनिधि मौजूद रहे। संत शंकरदास यह राशि प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए जमा कर रहे थे।अत्यंत साधरण जीवन जीने वाले स्वामी शंकरदास के गुरु टाट वाले बाबा थे। संत शंकरदास द्वारा अपने जीवन के तक़रीबन साठ वर्ष गुफा में रह कर बिताये।