कर्नाटक राज्य के चित्रदुर्ग जनपद बडावने थाना क्षेत्र में भगत सिंह की फाँसी की रिहर्सल करने के दौरान एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। यह घटना शनिवार (29 अक्टूबर 2022) की बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 नवंबर 2022 को कन्नड़ राज्योत्सव के मौके पर बच्चे के स्कूल में कार्यक्रम होने वाला था। इस कार्यक्रम में बच्चे को भगत सिंह बनना था।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्कूली छात्र का नाम संजय गौड़ा है। वह सातवीं कक्षा में पढ़ता था। बीते शनिवार को वह अपने घर में भगत सिंह की फाँसी की रिहर्सल कर रहा था। जैसे ही बच्चे ने रिहर्सल के दौरान फाँसी लगाई, फंदा उसके गले में फँस गया और उसकी मौत हो गई। घटना के वक्त संजय गौड़ा घर पर अकेला था। उसके माता-पिता होटल में गए हुए थे।
बडावने पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर केआर गीताम्मा ने टीओआई को जानकारी दी, कि इस घटना के बारे में तब पता चला, जब बच्चे की माँ रात लगभग 9 बजे होटल से घर लौटी। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई नहीं आया। इसके बाद उनके पड़ोसियों ने जब खिड़की से अंदर देखा, तो लड़के को पंखे से लटका पाया।
इसके बाद बच्चे की माँ ने तत्काल अपने पति नागराज को फोन किया, उन्होंने मास्टर चाबी से दरवाजा खोला। इसके बाद वे संजय को नजदीकी अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, रिहर्सल करने के लिए लड़के ने अपने कमरे में पंखे से एक फाँसी का फंदा बनाया था। रिहर्सल के दौरान वह अपने सिर को हुडी से ढँककर पलंग से कूद गया, जिसके कुछ ही मिनटों के बाद उसकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है, कि जुलाई 2021 को एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बदायूँ जिले से भी सामने आया था, जहाँ 10 साल के शिवम ने इसी तरह भगत सिंह के फाँसी के सीन की रिहर्सल करते समय गलती से फाँसी लगा ली थी। बताया गया था, कि बच्चा 15 अगस्त पर होने वाले देशभक्ति कार्यक्रम के लिए रिहर्सल कर रहा था, लेकिन गलती से उसका स्टूल खिसक गया, जिसके उसकी मौत हो गई थी।