हिंदी भाषी क्षेत्रों में दक्षिण भारतीय फिल्मों की मिल रही जबरदस्त सफलता के बाद से ही कई बॉलीवुड कलाकार इस मुद्दे पर अपनी-अपनी राय व्यक्त कर चुके है। इसी क्रम में दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी ने दिल्ली टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा, कि पुष्पा: द राइज, आरआरआर और केजीएफ: चैप्टर 2 जैसी फिल्मों की सफलता से मुंबई फिल्म जगत (बॉलीवुड) के फिल्म निर्माता भय से कांप रहे है।
मनोज बाजपेयी ने कहा, मेरे जैसे लोगों के बारे में सोचना बस एक मिनट के लिए भूल जाइए, दक्षिण भारतीय फिल्मों ने तो मुंबई फिल्म जगत के मेनस्ट्रीम फिल्ममेकर्स को तक डरा दिया है। वे वास्तव में अब नहीं जानते है, कि उन्हें क्या करना है। प्रतिभाशाली अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा, कि दक्षिण भारतीय फिल्मों की सफलता बॉलीवुड के लिए एक सबक है, जिसे उन्हें जल्द से जल्द सीखने की जरूरत है।
.@BajpayeeManoj on what sets #SouthCinema apart, where #Bollywood is going wrong with its mainstream cinema & how the recent southern blockbusters are a lesson for Hindi films:https://t.co/zEyqsILCPD#ManojBajpayee #RRRMovie #RamCharan #AlluArjun? #JrNTR #KGFChapter2 #Pushpa pic.twitter.com/KRtJ5uXcEF
— Delhi Times (@DelhiTimesTweet) April 28, 2022
मनोज बाजपेयी ने इंटरव्यू के दौरान कहा, कि दक्षिण भारतीय फिल्म मेकर बहुत अपने काम को बेहद पैशनेट तरीके से है, वे प्रत्येक सीन को इस प्रकार शूट करते है, जैसे वे दुनिया का बेस्ट शॉट शूट कर रहे हो। साऊथ के फिल्म मेकर सब कुछ अपने दर्शकों पर नहीं छोड़ देते, क्योंकि वह अपने दर्शकों का बेहद सम्मान करते है।
उल्लेखनीय है, कि कोरोना आपदाकाल के बाद के साउथ के सुपर स्टार अल्लू अर्जुन की तेलुगु फिल्म पुष्पा: द राइज़ के हिंदी संस्करण ने लगभग 106 करोड़ रुपये की बंपर कमाई की। वहीं हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज निर्देशक एसएस राजामौली की मेगा बजट फिल्म ‘आरआरआर’ और प्रशांत नील निर्देशित यश की फिल्म केजीएफ: चैप्टर 2 ने बॉलीवुड के वर्चस्व को अंदर से बुरी तरह हिला डाला है। बता दें, इन दोनों फिल्मों के हिंदी संस्करणों ने 300 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर पुराने सभी बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है।