बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्री विद्या बालन के प्रशंसको का इंतजार अब खत्म हो चुका है। विद्या बालन की गणित विषय पर बनी फिल्म ‘शकुंतला देवी’ रिलीज हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के चलते सिनेमाघर फिलहाल बंद चल रहे है। फिल्म शकुंतला देवी ह्यूमन कम्प्यूटर को अमेजन प्राइम वीडियो पर ऑनलाइन रिलीज किया गया है।
इस फिल्म की कहानी ‘ह्युमन कंप्यूटर’ शकुंतला देवी के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म शकुंतला देवी के जीवन सफर को बताती है जो मात्र पांच वर्ष की उम्र से बिना मदद के अत्यंत जटिल गणितीय की पहेलियों को पलक झपकते ही जुबानी सुलझा लेती थी। अपने इस हुनर के दम पर उन्होंने पूरी दुनिया में उपलब्धि हासिल की।
अभी तक फिल्म जगत में ज़्यादातर खेल जगत से जुडी हस्तियों और अभिनेताओं के जीवन पर बायोपिक बनती थी लेकिन यह फिल्म भारत की महान गणितज्ञ शकुंतला देवी की जिंदगी पर आधारित है।
कहानी
फिल्म में शकुंतला देवी के बचपन से लेकर बुढापे तक के सफर को देख कर अचरज होता है। कि क्या एक जीनियस की निजी जिंदगी इतनी जटिल भी हो सकती है। जब उसकी दिव्यांग बहन शारदा की कम उम्र में मौत हो जाती है। तो उस घटना से उपजे कुछ सवालों के चलते शकुंतला अपनी मां और अपने पिता से उम्र के आखिरी पड़ाव तक नाराज रहती है।
शकुंतला देवी को पूरा विश्व गणना करने के मामले में ह्यूमन कंप्यूटर के नाम से जानता है। और उनके नाम पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है। बेंगलुरू में जन्मी शकुंतला (विद्या बालन) के अंदर गणना करने की अद्भुत क्षमता होती है। उनके इस गुण को उनके पिता आगे बढ़ाते हैं। मात्र 15 वर्ष की उम्र में वो लंदन चली जाती हैं। जहा शुरुवाती संघर्ष के बाद उनकी प्रतिभा को देख दुनिया हैरान रह जाती है। वो कठिन से कठिन गणना को आसानी से में हल कर लेती हैं। उनके जीवन में बदलाव उस वक्त आते है जब उनकी पर्सनल लाइफ में कई परेशानियां होने लगती हैं। उनकी बेटी (सान्या मल्होत्रा) संग उनका सम्बन्ध सामान्य नहीं है और जहा परस्पर विरोधाभास है जिनसे प्रॉब्लम्स होने लगती हैं।
विद्या बालन ने एक बार फिर अपनी अदाकारी से छा गई हैं। विद्या बालन को शकुंतला देवी की भूमिका में देख कर ऐसा लगता है कि यह किरदार मानो उन्हीं के लिए बना था। उन्होंने गणितज्ञ के साथ-साथ एक मां का भी रोल बखूबी निभाया है। फिल्म की निर्देशक अनु मेनन ने कहानी के जरिये उन बच्चों के मानसिक द्वंद्व को दर्शाया हैं जिनके परिवार के अभिभावक बेहद सफल हैं। और उनकी तुलना उनके परिजनों से होती है।
किरदार
शकुंतला देवी की बेटी अनुपमा के रोल में सान्या मल्होत्रा अपना असर छोड़ती। शकुंतला के पति परितोष बनर्जी के किरदार में जिशू सेनगुप्ता ने भी अच्छा काम किया है। उनका अभिनय किरदार की जरूरतों पर पूरी तरह खरा उतरता है। अनुपमा के पति अभय कुमार के किरदार में अमित साध का अभिनय भी शानदार रहा है।
अगर आप जिंदगी से भरपूर एक असाधारण महिला की रोचक कहानी और विद्या बालन के फैन हैं और मूड हल्का करने के लिए स्तरीय फिल्म देखना चाहते है तो ये फिल्म आप जरूर देखें।