पंजाब में सोमवार (6 जून 2022) को ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) की बरसी पर स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) के प्रवेश द्वार पर पहुँचे सैकड़ों की संख्या में लोगों ने खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की। इस दौरान वहां मोजूद लोगो ने अपने हाथों में नंगी तलवारें और खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर थामे हुए थे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, लोगों का एक समूह अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर जुटा। इस दौरान लोगों ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए और खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल भिंडरावाले के पोस्टर-बैनर भी लहराए। इस दौरान लोगों ने स्वर्ण मंदिर के अंदर घुसने का प्रयास किया लेकिन उन्हें गेट के पास ही रोक लिया गया।
#WATCH | Punjab: A group of people gathers at the entrance to the Golden Temple in Amritsar, raises pro-Khalistan slogans and carries posters of Khalistani separatist Jarnail Bhindranwale. pic.twitter.com/zTu9ro7934
— ANI (@ANI) June 6, 2022
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के बीच कट्टरपंथी संगठनों ने अमृतसर में बंद का आह्वान किया है। दल खालसा नामक कट्टरपंथी संगठन ने प्रत्येक स्थान पर ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में पोस्टर चस्पा किए है। मामले की गंभीरता के मद्देनजर अमृतसर में 7,000 जवानों की तैनाती की गई है। हालाँकि बावजूद इसके खालिस्तानी समर्थक स्वर्ण मंदिर के गेट तक पहुँच गए।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। 42 सेकंड के इस वीडियो में सैकड़ों सिख समुदाय के लोगो को हाथों में नंगी तलवारें और पोस्टर लेकर नारेबाजी करते देखा जा सकता है। गौरतलब है, कि 38 साल पहले (6 जून 1984) के दिन सेना का ऑपरेशन ब्लू स्टार समाप्त हुआ था। इस दिन सेना ने अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में सेना ने आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले को ढेर कर उसे आतंकियों के चंगुल से मुक्त कराया था।
इससे पहले बीते रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी से पहले स्वर्ण मंदिर में माथा टेका और फिर अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ बंद कमरे में मुलाकात की। हालाँकि, दोनों के बीच क्या बातें हुई, इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है। बता दें, कि रविवार को ही कट्टरपंथी सिख संगठनों बब्बर खालसा, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) समेत कई अन्य खालिस्तान समर्थकों ने आजादी मार्च निकाला था।