मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को टिहरी जिले स्थित बूढ़ाकेदार क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित तिंगाढ़-तोली क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद सीएम धामी ने आपदा शिविर राजकीय इंटर कॉलेज विनयखाल में रह रहे पीड़ितों से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
मंगलवार (30 जुलाई 2024) को बूढ़ाकेदार क्षेत्र में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावित लोगों के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा, कि ऐसे समय में सरकार आपके साथ खड़ी है। मैं दिल्ली से सीधे यहां पहुंचा हूं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, कि कठिन समय में एक दूसरे की मदद करनी जरूरी है। सीएम धामी ने जनप्रतिनिधियों को भी इस घड़ी में आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़े रहने के लिए कहा।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "On the intervening night of 26th July and 27th July, a landslide occurred and several houses were buried in debris. Two people died in the incident. Several bridges, roads, schools and farms were damaged. Action will be taken to… https://t.co/oeLqXE5fhI pic.twitter.com/8514FyhEvw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 30, 2024
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि आपदा प्रभावित जो भी गांव है उनका सर्वे कराया गया है और रिपोर्ट के आधार पर संवेदनशील गांव का विस्थापन किया जा रहा है । इसके अलावा आपदा से जो भी सरकारी परिसंपत्तियों या ग्रामीणों को नुकसान हुआ है, उसके लिए भी जल्द राहत कार्य करने के निर्देश दिए गए है।
बता दें, कि उत्तराखंड के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के चलते जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के तोली गांव में भूस्खलन की चपेट में आए एक मकान के अंदर मां और बेटी के जिंदा दफन होने से दोनों की मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने देर रात किसी तरह बाहर भाग कर जान बचाई।
बीते सोमवार को भिलंगना ब्लाॅक के आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने के लिए गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय भी पहुंचे थे। उन्होंने प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। साथ ही जीआईसी विनयखाल में बनाए गए राहत शिविर में रह रहे प्रभावितों के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।