जम्मू कश्मीर स्थित प्राचीनतम मार्तण्ड सूर्य मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा। प्रशासन ने अनंतनाग जिले में आठवीं शताब्दी से सुशोभित मार्तंड सूर्य मंदिर की ‘सुरक्षा, संरक्षण और जीर्णोद्धार’ पर चर्चा के लिए अगले सप्ताह अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। श्रीनगर से लगभग 63 किलोमीटर दक्षिण में मट्टन के के हरिबल क्षेत्र स्थित यह मंदिर देश के सबसे पुराने सूर्य मंदिरों में से एक माना जाता है और अमूल्य प्राचीन आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जम्मू कश्मीर स्थित प्राचीन मार्तण्ड सूर्य मंदिर का जीर्णोद्धार पर चर्चा के लिए आगामी सोमवार (1 अप्रैल, 2024) को एक उच्च-स्तरीय बैठक भी बुलाई है। इस संबंध में जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा जारी की गई एक आधिकारिक अधिसूचना में लिखा है, “संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव ने एक बैठक बुलाई है, जिसमें कश्मीर के प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार/संरक्षण/सुरक्षा पर चर्चा की जाएगी।”
Great news.
The majestic Martand temple, destroyed by Abrahamic invaders and lying in ruins since 700 years, will finally be restored along with other destroyed temples of Kashmir.
A statue of Hindu emperor Lalitaditya Muktapida will also be installed in the temple premises.… pic.twitter.com/sySoHmpj8E
— True Indology (@TrueIndology) March 30, 2024
जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा जारी इस अधिसूचना में जानकारी दी गई है, कि बैठक में मार्तण्ड सूर्य मंदिर परिसर में सम्राट ललितादित्य मुक्तपद की प्रतिमा को स्थापित किये जाने के संबंध में भी चर्चा की जाएगी। जम्मू के सिविल सेक्रेटेरिएट स्थित अपने चैंबर में प्रधान सचिव ने ये बैठक बुलाई है। बता दें, कि महाराज ललितादित्य मुक्तपद द्वारा मार्तण्ड सूर्य मंदिर का निर्माण करवाया था। वहीं बुतशिकन कहे जाने वाले विदेशी आक्रांता सुल्तान सिकंदर शाह मीरी ने इस गौरवशाली और ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर को ध्वस्त कर दिया था।
ललितादित्य मुक्तपद करकोटा वंश के राजा थे। उन्होंने सातवीं शताब्दी में इस क्षेत्र में शासन किया था। राजतरंगिणी में उनकी महिमा का वर्णन है। हाल ही में अनंतनाग स्थित राम मंदिर में अयोध्या से आए कलश को स्थापित किया गया था। इस दौरान उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के भक्तगण भी उपस्थित थे। जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा भी मार्तण्ड सूर्य मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर चुके हैं। वहीं ‘हैदर’ फिल्म के जरिए इस मंदिर को बदनाम करने के लिए कुंठित वामपंथियों ने इसे ‘शैतान की गुफा’ बताया था।
उल्लेखनीय है, कि ओडिशा के कोणार्क और गुजरात के मोढेरा की तरह कश्मीर का मार्तण्ड सूर्य मंदिर भी भगवान सूर्य को समर्पित भव्य हिन्दू मंदिरों में से एक है, वर्तमान में यह मंदिर एएसआई के संरक्षण में है। राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी, 2024 को यहाँ हिंदू समाज के श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ हुआ, भगवा ध्वज लहराया गया और मंदिर की परिक्रमा की गई।