जीपीएस वर्तमान दौर में हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण तकनीकी हिस्सा बन चुका है। आज हम कहीं भी घूमने जाए, तो जीपीएस हमारा बहुत साथ निभाता है। दरअसल जीपीएस के जरिये हम रास्ता खोजने के लिए मदद लेते हैं। जीपीएस द्वारा बताए रास्ते पर कई बार हम बेफ्रिक होकर चल पड़ते है, लेकिन केरल के एर्नाकुलम में जीपीएस की सहायता से यात्रा कर रहे दो डॉक्टरों की नदी में डूबने से मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते रविवार (1 अक्टूबर 2023) की देर रात 29 वर्षीय डॉ. अद्वैत अपने जन्मदिवस की खरीददारी कर कोडून्गाल्लुर से कोच्चि वापस लौट रहे थे। इस दौरान उनके साथ कार में चार अन्य लोग भी सवार थे। भारी बारिश के बीच वे लोग जीपीएस की मदद से किसी प्रकार आगे बढ़ रहे थे, लेकिन अचानक उनकी कार नदी में समा गई। इस हादसे में डॉ. अद्वैत और डॉ. अजमल आसिफ की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग समय रहते कार से बाहर निकलने में कामयाब रहे।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी लोग एक हौंडा सिविक कार में सवार थे। रात्रि का समय और भारी बारिश होने के चलते उन्हें रास्ता नहीं पता चल रहा था। इसलिए रास्ता का पता लगाने के लिए चिकित्सक अद्वैत ने अपने मोबाइल पर जीपीएस चालू कर दिया। जीपीएस उनको जिस रास्ते पर ले गया, उस स्थान पर पानी भरा हुआ था। जिसे उन्होंने सड़क समझ कर वाहन आगे बढ़ा दिया, लेकिन वह सड़क न होकर बारिश के कारण उफान मार रही नदी थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, नदी के इस भारी वेग में डॉक्टर अद्वैत और डॉक्टर आसिफ अजमल बह गए, जबकि गाड़ी में पीछे बैठे तीन अन्य व्यक्ति निकलने में कामयाब रहे। स्थानीय सूत्रों ने अंग्रेजी समाचार वेबसाइट डेक्कन हेराल्ड को जानकारी दी, कि गाड़ी चला रह शख्स ने गलत मोड़ ले लिया और कार नदी में समा गई।
हादसे में जीवित बचे डॉक्टर गाजिक तब्शीर ने बताया, “हाँ, हम उस दौरान जीपीएस का उपयोग कर रहे थे, लेकिन मैं गाड़ी नहीं चला रहा था, इसलिए मै यह नहीं बता सकता कि उन्हें जीपीएस ने गलत रास्ता बताया या फिर यह कोई मानवीय भूल थी।” हादसे में बचे दो अन्य लोग जिस्मन (नर्स) और तमन्ना (MBBS छात्रा) है। हादसे में मारे गए डॉक्टर अजमल थ्रिसुर के जबकि अद्वैत कोल्लम जिले के निवासी थे। उनके शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।