पेट्रोलियम पदार्थो की बढ़ती कीमतों से परेशान जनता के लिए केंद्र की मोदी सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। भारत सरकार ने इथेनॉल मिक्सड पेट्रोल (EBP) अभियान के अंतर्गत इथेनॉल पर लगने वाली GST दरों को 18% से घटाकर 5% कर दिया है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने लोकसभा के सदन में एक प्रश्न के लिखित जवाब में यह जानकारी दी है।
बता दें, गन्ने पर आधारित उत्पाद जैसे गन्ने का जूस, शीरा, गुड़ (molasses) चीनी समेत अन्य उत्पादित इथेनॉल की खरीद की कीमत को केंद्र सरकार तय करती है। गौरतलब है, कि इथेनॉल मिक्सड पेट्रोल (EBP) प्रोग्राम के अंतर्गत पेट्रोल में इथेनॉल को मिलाया जाता है। इसके साथ अनाज पर आधारित उत्पाद से उत्पादित इथेनॉल की खरीद कीमत को निजी सेक्टर की मार्केटिंग कंपनियां सालाना आधार पर तय करती है।
न्यूज मीडिया कि रिपोर्ट के अनुसार, देश में चीनी उत्पादन को सीमित करने और इथेनॉल के घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए मोदी सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए है। जिसमें इथेनॉल उत्पादन के लिए शीरा, गन्ने का रस, चीनी और चीनी को तरल में बदलने की मंजूरी देना मुख्य रूप से शामिल है।
उल्लेखनीय है, कि मोदी सरकार ने वर्ष 2014 से इथेनॉल की कीमत को जारी किया था। इसके बाद 2018 में सर्वप्रथम केंद्र सरकार ने इथेनॉल बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल के आधार पर इथेनॉल की कीमत को तय किया था।
केंद्र सरकार ने विगत माह पेट्रोल में मिलाने के लिए गन्ने के रस से बने इथेनॉल की कीमतों को 1.47 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दिया था। सरकार का अनुमान है, कि पेट्रोल में इथेनॉल की अधिक मात्रा मिलाने से प्रदूषण के स्तर में भी कमी आती है। इसके अलावा किसानों को अतिरिक्त आमदनी कमाने का एक जरिया भी प्राप्त होता है।