पुलिस और गोवंश संरक्षण स्क्वॉयड की संयुक्त टीम ने रुड़की के सिकरौढ़ा गांव में गोकशी की सूचना पर छापेमारी की कार्रवाई के दौरान मौके से मां-बेटी को गिरफ्तार किया। आरोपित माँ-बेटी को हिरासत में लिए जाने के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस की टीम को घेरकर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिससे एक एसआई को चोट आई है। पुलिस ने मां-बेटी समेत 24 से अधिक उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते मंगलवार की रात को पुलिस को सूचना प्राप्त हुई, कि सिकरौढ़ा गांव में बड़ी तादात पर गोकशी की जा रही है। सूचना के आधार पर पुलिस और गोवंश संरक्षण स्क्वॉयड की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने एक घर में छापा मारा, तो मौके पर मौजूद दो बदमाश पुलिस टीम को देखते ही फरार हो गए, जबकि दो महिलाएं कुल्हाड़ी और अन्य कटान के उपकरण को छिपाने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस ने तलाशी के दौरान देखा, कि पूरे मकान के अंदर संरक्षित पशु मांस पड़ा था और फर्श पर खून बिखरा हुआ था। इस पर पुलिस टीम ने दोनों आरोपी नसरीम और जैनव को हिरासत में ले लिया। मौके पर पूछताछ के दौरान आरोपी महिलाओं ने बताया, कि यह मांस इरशाद, नौशाद, मुकीम और दिलशाद निवासी सिकरौढ़ा लेकर आए है।
जब पुलिस टीम आरोपी महिलाओं को लेकर जाने लगी, तभी अचानक 35 से 40 लोगों की भीड़ ने पुलिस टीम को घेर लिया और महिलाओं को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने का प्रयास करने लगी। इस दौरान भीड़ में मौजूद अराजक तत्वों ने पुलिस टीम के साथ हाथापाई शुरू कर दी। भीड़ द्वारा पत्थरबाजी की घटना में एक पत्थर एसआई प्रदीप के सीने में आकर लगा। मौके की नजाकत को भांपते हुए कांस्टेबल राहुल ने भगवानपुर के प्रभारी निरीक्षक को फोन कर स्थिति के बारे में अवगत कराया।
इस दौरान भीड़ भी और ज्यादा उग्र और हिंसक हो गई। कुछ देर बाद जब स्थिति को सँभालने पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई, जिसे देखकर हिंसक भीड़ मौके से भाग निकली। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सूर्य भूषण नेगी ने अमर उजाला को बताया, कि मामले में एक आरोपी नौशाद की पत्नी नसरीन और उसकी बेटी जैनव को मौके से गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य उपद्रवी मौके से भाग निकले।
मामले में तोफीक, अतीक, फैजान, मुर्तजा, हसीन, इसरान, रिहान, अनीस, असलम, शराफत उर्फ अल्लू, अनवर, शमीम, सावन उर्फ हल्वा, सुभान, इस्लाम, रियासत, सलमान, गुड्डु, अजीम, खुसनसीब, रेशमा, शहजादी, शमा, शाहीन, मोहसीना और रिजवाना के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनकी तलाश की जा रही है।