दिल्ली के सुल्तानपुरी में हुए दर्दनाक हादसा मामले में मृतका अंजलि की सहेली निधि को चश्मदीद गवाह बनाया गया है। मृतका की सहेली निधि ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा, कि अंजलि लगातार चिल्ला रही थी, लेकिन आरोपितों ने कार नहीं रोकी। उधर हादसे की शिकार अंजलि की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से समझा जा सकता है, कि अंजलि को कितनी बुरी तरह से घसीटा गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अंजलि का ब्रेन मैटर गायब था और शरीर इतनी बुरी तरह से छिल चुका था, कि दोनों फेफड़े नजर आ रहे थे। अंजलि की खोपड़ी पूरी तरह से खुल गई थी। रीढ़ की हड्डी टूटी हुई थी, वहीं पसलियाँ पीछे की तरफ से निकल चुकी थी। शरीर पर कुल 40 गहरी चोटें थी। चिकित्सकों के अनुसार, अंजलि की मौत सदमा और ज्यादा खून बहने से हुई है। हालाँकि, अंतिम रिपोर्ट कैमेकिल एनालिसिस और बॉयोलॉजिकल सैंपल की रिपोर्ट मिलने के बाद ही सामने आ सकेगी।
इस भीषण हादसे के तीन दिन बाद सामने आई मृतका की सहेली ने पुलिस में अपना बयान दर्ज करा दिया है। इसके साथ ही मीडिया में भी उसके कुछ बयान सामने आए है। मृतका की सहेली ने बताया, कि 31 दिसंबर की रात वो लोग OYO होटल में पार्टी के लिए गए थे। होटल में अंजलि का पुरुष मित्र और अन्य दोस्त भी थे।
निधि ने कहा, कि शाम को 8 बजे होटल में दाखिल होने के बाद वे देर रात लगभग 1.30 बजे होटल से निकले। निधि के अनुसार, अंजलि ने शराब पी हुई थी। अंजलि शराब के सेवन के बाद भी स्कूटी चलाने की जिद कर रही थी। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था।
निधि के मुताबिक रास्ते में एक जगह ट्रक से टक्कर होते होते बची। इसलिए उस हादसे से बचने के बाद मैंने कहा, कि स्कूटी में चलाऊंगी। उसके बाद ही आगे जाकर उन लोगों की स्कूटी की कार से टक्कर हो गई। कार के शीशे काले थे, जिससे अंदर का कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। निधि ने बताया, कि हादसे के बाद उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था।
एक समय तो लगा, कि अंजलि को बचाने की कोशिश करू, लेकिन डर के कारण उसने ऐसा नहीं किया। निधि ने अपने घर जा कर सोचा,वो क्या करे, फिर सोचा, कि उसकी किस्मत अच्छी थी, कि वो बच गई। निधि ने बताया, कि दुर्घटना के बाद वह बेहद डर गई थी और वह कुछ नहीं कर सकी। उसने कहा, कि डर की वजह से ना तो उसने शोर मचाया ना ही पुलिस को घटना की जानकारी दी। दोषी ठहराए जाने के भय से उसने अपने परिवार वालों को भी कुछ नहीं बताया।
अंजलि की सहेली निधि के अनुसार, कार से स्कूटी की टक्कर के बाद दोनों नीचे गिर गई थी। वह कार के बगल में जा गिरी थी, जबकि अंजलि कार के सामने गिरी और अंदर फँस गई। कार सवार युवकों को यह जानकारी थी, कि कोई कार के नीचे फँस गया है, फिर भी वे लोग जानबूझकर मृतका को घसीटते हुए लेकर आगे चले गए थे।