गुरुवार (24 अगस्त 2023) को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। फिल्म ‘रॉकेट्री’: द नंबी इफेक्ट’ को साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिलने पर फिल्म के निर्माता, निर्देशक और अभिनेता आर माधवन ने अमेरिका से फिल्म के सभी दर्शकों और शुभचिंतकों को हार्दिक धन्यवाद दिया है। वहीं, सरदार उधम सिंह को बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में आयोजित 69वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड ‘रॉकेट्रीः द नंबी इफेक्ट’ को मिला है। वहीं, सरदार उधम सिंह को बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला है। अल्लू अर्जुन को फिल्म पुष्पा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है। वहीं, बेस्ट ऐक्ट्रेस की श्रेणी में यह पुरस्कार आलिया भट्ट और कृति सेनन को संयुक्त रूप से मिला है।
साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर अभिनेता माधवन ने कहा, कि चंद्रयान 3 की सफलता के अगले ही दिन उनकी इस मेहनत को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है। उन्होंने कहा, “मैंने सोचा भी नहीं था, कि ये फिल्म इतनी लंबी यात्रा करेगी। कान फिल्म फेस्टिवल में फिल्म को जो तारीफ मिली उसे भी वो कभी नहीं भूल सकते। माधवन ने कहा, कि ये सब इसलिए हुआ, क्योंकि नंबी नारायणन जी ने मुझ पर विश्वास किया और उस भरोसे पर खरा उतरने के लिए मैंने पूरी मेहनत की।’
On his film 'Rocketry: The Nambi Effect' winning the Best Feature Film Award at #69thNationalFilmAwards, actor R Madhavan tweets, "…A Heartfelt “Thank You” to all the jury members of the National Award, Ministry of Information and Broadcasting, Union Minister Anurag Thakur… pic.twitter.com/3wvd4Ig4vg
— ANI (@ANI) August 24, 2023
69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की बेस्ट नॉन फीचर श्रेणी में निर्देशक श्रृष्टि लखेरा की ‘एक था गांव’ फिल्म को चुना गया है। यह फिल्म गढ़वाली और हिंदी भाषा में बनाई गई है। वहीं फिल्म मेकर नेमिल शाह की गुजराती फिल्म दाल-भात को बेस्ट शॉर्ट फिल्म (फिक्शन) चुना गया है। हिंदी कैटेगरी में बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म सरदार उधम सिंह को चुना गया है। यह फिल्म भारतीय क्रांतिकारी उधम सिंह के जीवन पर आधारित है। इस फिल्म का निर्देशन शूजित सरकार ने किया था, और विक्की कौशल ने क्रांतिकारी उधम सिंह की भूमिका निभाई थी।
बता दें, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1954 में की गई थी। यह भारतीय सिनेमा में सर्वोच्च पुरस्कार माना जाता है। भारत के माननीय राष्ट्रपति विजेताओं को यह पुरस्कार प्रदान करते है। इसके विजेताओं की सूची एक जूरी द्वारा तैयार की जाती है।