चीन में कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। कोविड-19 के नए वैरिएंट BF-7 ओमिक्रॉन की वजह से हालात बेकाबू हो गए है। अंतरराष्ट्रीय खबरों के मुताबिक, इस नए वैरिएंट के चलते चीन में प्रतिदिन 5,000 से अधिक लोगों की मौत हो रही है। एक अंतररष्ट्रीय डेटा फर्म ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है, कि आगामी दिनों में चीन में 13 से 21 लाख लोगों की मौत कोरोना के कारण हो सकती है।
ब्रिटेन की हेल्थ डेटा फर्म ‘एयरफिनिटी’ के अनुसार, चीन में हालत ऐसे हो गए है, कि अस्पताल मरीजों से खचाखच भर चुके है। बीते बुधवार को अस्पतालों के भीतर और बाहर मरीजों का तांता लगा रहा। साथ ही चिकित्सकों की भारी कमी हो गई है, कई अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए काम आने वाली दवाएं तक नहीं मिल रही है।
स्थिति इतनी भयाभव है, कि अंतिम संस्कार के लिए इतनी अधिक मात्रा में शव आ रहे है, कि कब्रिस्तान, मुर्दाघरों और सड़कों पर लाशों के ढेर लगे हुए है। वहीं अस्पतालों और क्लिनिकों के बाहर संक्रमितों नागरिकों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई है। उल्लेखनीय है, कि चीन में कोरोना का प्रकोप ऐसे वक्त में तेजी से बढ़ रहा है, जब चाइना तीन वर्ष बाद अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को आठ जनवरी से खोलने जा रहा है।
सोशल मीडिया पर चीन की भयाभव स्थिति के कई वीडियो वायरल हो रहे है। कोरोना संक्रमण के कारण अस्पतालों में दवाइयों का भीषण अकाल पड़ गया है। इसके साथ ही जीवन रक्षकों उपकरणों की भारी कमी हो गई है। चीन के चेंगदू प्रांत के बीजिंग चाओयांग अस्पताल के अधिकारी झांग युहुआ ने कहा, कि मरने वाले अधिकांश लोगों में बुजुर्ग है और वे पूर्व में गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।
चेंगदू के सबसे बड़े डोंगजिओ अंत्येष्टि स्थल लगातार व्यस्त चल रहा है। एक कर्मचारी के अनुसार, अंत्येष्टि स्थल में काम दो सौ फीसदी बढ़ गया है। कर्मचारी इतने व्यस्त हो गए है, कि उन्हें खाना खाने का वक्त भी नहीं मिल पा रहा है। कोरोना से इतनी मौते हो रही है, कि अंतिम संस्कार के लिए बुकिंग नए साल तक के लिए बुक है।
भारी दबाव और लगातार काम करने की वजह से चिकित्सकों अस्पतालों में लगातार काम कर रहे है। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो भी सामने आए है, जिनमें थकान के चलते चिकित्सक चक्कर खाकर गिरते नजर आ रहे है। वहीं कुछ चिकित्सक मरीज का इलाज करते हुए नींद के आगोश में चले गए।
गौरतलब है, कि चीन सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी और सख्त प्रतिबंधों के बाद चीन की जनता ने व्यापक रूप से सड़को पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद चीन की वामपंथी सरकार ने प्रतिबंधों में कुछ राहत दी थी। वहीं दुनिया के लिए अपनी सीमाओं को खोलने के चौंकाने वाले निर्णय के बाद अब बीते मंगलवार को चीन ने पर्यटन के लिए पासपोर्ट जारी करने का काम बहाल करने की घोषणा की है।