प्रकृति द्वारा रचित ये संसार मौसमो के रूप में तमाम रंग बदलता है बसंत ,ग्रीष्म एवं शरद काल के मौसमो में हमें अनेक प्रकार की सब्जिया हमारे वातावरण में उगती है। विभिन्न ऋतुओ में उपलब्ध होने वाली इन साक सब्जियों का महत्व इस लिए बढ़ जाता है क्योंकी यह किसी विशेष मौसम में पैदा होने वाली ये सब्जीया उस ऋतु में हमारे शरीर के सबसे उपयुक्त रहती है।
शरद काल में उपलब्ध होने वाली सबसे महत्वपूर्ण सब्जी है हरी सब्जिया जिनमे क्रमशः राई, मेथी एवं पालक हर स्थान में बहुआयात मिल जाती है। तो आइये इनके गुणों के बारे में जानते है जो इस ठंड के मौसम में हमरे आहार के लिए किस प्रकार महत्वपूर्ण है।
राई की हरी सब्जी कई पहाड़ी राज्यों के भोजन का मुख्य रूप से शामिल है। हल्की सी कड़वाहट लिए यह बीटा – कैरोटिन भरपूर तत्व के साथ मानव शरीर द्वारा विटामिन – ए में परवर्तित कर दिया जाता है। यह हमारी हड्डियों एवं आँखों को सेहतमंद रखता है इसके साथ ही यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता तंत्र को मजबूत करता है।
पालक के औषिधीय गुणों से सभी परिचित है हमारे महत्त्वपूर्ण अंग मस्तिष्क से लेकर तंत्रिका तंत्र की गतिविधयों को संचालित करने के लिए सहायक है। इसके अलावा आहार एवं पाचन तंत्र को मजबूत करने से लेकर कैंसररोधी तत्व गुण भी इसे लाभकारी बनाते है पालक में सभी प्रकार के मिनरल एवं विटामिन कैसे ए ,बी ,सी,के, ज़िंक , मैग्नीशियम,आयरन इत्यादि भरपूर मात्रा में पाए जाते है।
पालक का सेवन आप इसकी सब्जी, ग्रीन सलाद , साग एवं शेक के रूप में कर सकते है। सर्दियों के मौसम में मूली का भी बड़ा गुणकारी महत्व है। आमतौर पर सफ़ेद मूली विटामिन सी, मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा के साथ पोटेशियम एवं सोडियम के पानी भी पाया जाता है। बेहद कम कैलोरी से युक्त मूली को सलाद ,पराठा एवं सब्जी के दवरा अपने आहार का हिस्सा बना सकते है।
इस प्रकार सर्दियों में चुकंदर का उपयोग बढ़ते वजन, डाइबिटीज एवं दिल के रोगो से आपके शरीर से दूर रखता है। इसमें मौजूद विटामिन सी ,ए, बी 6, के अलावा प्रतिरोधी क्षमता को विकसित करता है। गाजर के सेवन से शरीर की स्किन, नाखून,महिलाओ के मासिक धर्म को नियमित करता है।