रात में देर तक सोने और कम मात्रा में नींद लेने वालों के लिए सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि एक नए अध्ययन सामने आया है कि रात में अधिक देर तक जागने वालो को दिल से जुडी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा देर रात तक जगने से और कम सोने वाले युवाओ में मोटापे का शिकार होने की आशंका बहुत अधिक होती है, क्योंकि वे रात में भी कुछ ना कुछ खाते रहते हैं।
देर रात तक जागने वालो से सम्बन्धित जर्नल यूरोपियन हार्ट में छपे एक शोध के अनुसार, रात को देर तक जागने का दिल की धड़कन से सीधा सम्बन्ध है। ब्रिटेन में बायोबैंक डाटाबेस के आंकड़ों के शोध में यह सामने आया है, कि जिन लोगो की दिनचर्या में देर रात तक जागना शामिल है, उनकी दिल की गति में असामान्य परिवर्तन का खतरा बढ़ जाता है।
दिल की धड़कनो में असामान्य बदलाव होने पर हृदय रोगो के होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। हालाँकि शोध में ऐसा भी कुछ नहीं कहा गया है, कि इन सभी लोगो को हार्ट फेल या स्ट्रोक होने का खतरा होने की संभावना हो। शोध के नतीजों में सामने आया है,कि समान्य रूप से रात में सोने वालो के मुकाबले देर रात तक जागने वालो में 12 प्रतिशत ज्यादा खतरा देखने को मिला है।
इसके अलावा रात के दौरान देर रात तक जागने वालो का पांच साल के अंदर उनका मोटापा बढ़ने का खतरा भी बना रहता है। शोध के अनुसार ज्यादातर किशोर और युवा रात में नौ घंटे की सामान्य नींद भी नहीं लेते है। इस कारण उन्हें स्कूल में जगे रहने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।