भारत-नेपाल बॉर्डर पर धारचूला में मंगलवार (7 दिसंबर 2022) को हालात सामान्य रहे। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित पुल से आज दोनों राष्ट्रों के नागरिकों की आवाजाही शांतिपूर्ण रही। भारत में काली नदी किनारे निर्माणाधीन तटबंध कार्य सुचारू रूप से पुनः शुरू हो गया है। दरअसल बीते रविवार को तटबंध निर्माण में काम कर रहे मजदूरों पर नेपाल की तरफ से कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी थी।
बता दें, भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा निर्धारित करने वाली काली नदी हर साल आबादी क्षेत्र की ओर कटाव करती रहती है। पिछले दो वर्ष से इस कटाव की वजह से पिथौरागढ़ के धारचूला शहर के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया था। इस समस्या के मद्देनजर भारत सरकार ने अपने क्षेत्र में 76 करोड़ की लागत से 985 मीटर तटबंध धारचूला शहर क्षेत्र में निर्माण कार्य शुरू किया है। इस परियोजना का 40 फीसदी कार्य हो चुका है।
निर्माण एजेंसियों ने तटबंध के निर्माणकार्य को मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया है। उल्लेखनीय है, कि नेपाल अपनी तरफ से पहले ही तटबंध का निर्माण कर चुका है। बता दें, रविवार को तटबंध निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया था। जिसमें एक नेपाली मजदूर घायल हो गया था और अन्य मजदूरों ने भाग कर जान बचाई।
इस मामलें में बुधवार (7 दिसंबर 2022) को पिथौरागढ़ की जिलाधिकारी रीना जोशी और नेपाल के दार्चुला जिले के डीएम दिर्घराज उपाध्याय के बीच धारचूला में बैठक हुई। इस अहम बैठक में सभी मुद्दों पर वार्ता कि गई। ताकि भविष्य में दोनों मित्र राष्ट्रों के बीच ऐसे असामाजिक तत्वों के कारण से गतिरोध उत्पन्न पैदा ना हो।
Uttarakhand | India is constructing a dam on its side on which they (Nepal) had issues. In joint meeting held today, we discussed & resolved those issues. We have also formed a joint team including experts from both sides: Reena Joshi, DM Pithoragarh on Dharchula stone pelting pic.twitter.com/v3fTkEJElc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 7, 2022
जानकारी के लिए बता दें, रविवार कि घटना के बाद सोमवार को धारचूला व्यापार संघ ने सुबह अंतरराष्ट्रीय पुल को बंद कर दिया था। अंतरराष्ट्रीय पुल में आवाजाही बंद होने के कारण नेपाल के नागरिक भारत नही आ सके। भारतीय व्यापारियों के अनुसार, नेपाल से सात बार पत्थरबाजी की घटना हो चुकी है। कारोबारियों ने आरोप लगाते हुए कहा, कि नेपाल प्रशासन और नेपाल प्रहरी पथराव करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई नही कर रहे है।
Indian traders have blocked the suspension bridge at the Indo-Nepal border of Dharchula, #Uttarakhand.
It's in response to Sunday's incident, when Nepalese pelted stones at Indian workers. Indian locals & traders are demanding strong action against the stone pelters.#IADN pic.twitter.com/oRPNGv1e7V
— Indian Aerospace Defence News (IADN) (@NewsIADN) December 6, 2022
रविवार की घटना के बाद नेपाल प्रहरी ने नेपाल की तरफ से भी अंतरराष्ट्रीय पुल बंद कर दिया गया था। इस दौरान दोनों देशों के नागरिक लगभग ढाई घंटे तक फंसे रहे। एसडीएम धारचूला और नेपाल के दार्चुला जिले के डीएम के बीच वार्ता के बाद ही पुल खुला। बताया जा रहा है, कि नेपाल प्रहरी के कुछ जवानों ने बल प्रयोग भी किया, जिसमें एक भारतीय नागरिक को हल्की चोट आई। जिसे लेकर धारचूला के निवासी आक्रोश में है।