लगभग दो करोड़ उन्नीस लाख की जनसंख्या वाला देश श्रीलंका वर्तमान में भीषण वित्तीय और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। श्रीलंका वर्ष 1948 में आजादी मिलने के बाद से इस समय सबसे खराब आर्थिक हालातों का सामना कर रहा है। श्रीलंका में महंगाई के चरम पर पहुंच जाने से बुनियादी चीज़ों की कीमते आसमान छू रही है। श्रीलंका खराब वित्तीय हालात के चलते श्रीलंकाई सरकार से बेहद नाराज चल रहे है। इसी बीच रविवार को छात्र प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास को भी घेर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बढ़ते कर्ज और देश की बदहाल अर्थव्यवस्था पर आक्रोशित इंटर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स फेडरेशन (आईयूएसएफ) के हजारों छात्रों को विजेरमा मवाता में प्रधानमंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आये। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में भारी संख्या में छात्रों का समूह प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास की चारदीवारी के पास प्रदर्शन करते दिखाई दिए।
Day 16 – University students protest march joined with Galle Face Protest.#LKA #SriLanka #SriLankaCrisis #LKA #OccupyGalleFace #අරගලය pic.twitter.com/Rf2SGGpDsy
— Sri Lanka Tweet ?? ? (@SriLankaTweet) April 24, 2022
प्रदर्शनकारी छात्र राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास की दीवारों पर ‘राजपक्षे घर जाओ’ लिख दिया। प्रदर्शनकारी इस बात पर नाराजगी जता रहे है, कि श्रीलंका में ईंधन, दवाओं और बिजली की भारी कमी है। जनता के पास खाने-पीने की बुनियादी चीजें भी नहीं है, और जो चीजें बाजार में उपलब्ध है, उनकी कीमते आसमान छू रही है।
उल्लेखनीय है, कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अंतरिम सरकार की मांग को खारिज किया था, उसके एक दिन बाद ही रविवार को श्रीलंका में विरोध प्रदर्शन बढ़ गया। बताया जा रहा है, कि पुलिस ने कोर्ट के आदेश का हवाला देकर प्रदर्शनकारियों को कोलंबो की कुछ सड़कों पर प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी है। लगभग एक महीने तक श्रीलंकाई नागरिकों का गुस्सा उबलने के बाद आख़िरकार फट पड़ा है, इस दौरान विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए और जिसने श्रीलंकाई सरकार की नींव हिला दी है।