चार बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त अभिनेत्री कंगना रनौत का ट्विटर हैंडल भड़काऊ और आपत्तिजनक ट्वीट करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। कंगना रनौत ने पश्चिम बंगाल में जारी TMC के अराजक गुंडों द्वारा की जा रही राजनीतिक हिंसा के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की थी। जिसके परिणामस्वरूप तथाकथित नियमों का उल्लंघन करने के कारण ट्विटर ने उनका ट्विटर अकाउंट स्थाई तौर बंद कर दिया गया है।
वामपंथी विचारधारा से पोषित पश्चिम का मीडिया आज भी भारतीयों को गुलामो की दृष्टि से देखता है। इसका ताजा उदाहरण है, कंगना के साथ वामपंथी ट्विटर का सलूक। कंगना रनौत का गुनाह मात्र इतना था, कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा पर शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करने की प्रार्थना की थी। और इसी बात को भड़काऊ मानते हुए ट्विटर ने उनके अकाउंट हैंडल को सस्पेंड कर दिया। परन्तु इसी ट्विटर ने सार्वजनिक तौर गला काट देने की बात करने वाले आप विधायक अमानतुल्लाह खान और दिवंगत राष्ट्रवादी पत्रकार रोहित सरदाना की अकाल मृत्यु का अपने ट्विटर हैंडल पर जश्न मनाने वाले शरजील उस्मानी पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
वामपंथी विचारधारा में अंधे ट्विटर को चलाने वाले आप पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह के इस ट्वीट पर कोई कार्यवाही करनी जरुरी नहीं समझा जिसमें उसने लिखा था, “हमारे नबी की शान में गुस्ताखी हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं, इस नफ़रती कीड़े की ज़ुबान और गर्दन दोनों काट कर इसे सख़्त से सख़्त सजा देनी चाहिए। लेकिन हिंदुस्तान का कानून हमें इसकी इजाज़त नहीं देता, हमें देश के संविधान पर भरोसा है और मैं चाहता हूँ कि दिल्ली पुलिस इसका संज्ञान ले।
पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हुई राजनितिक हिंसा से एक आम देशवासी की तरह दुखी कंगना रनौत द्वारा बंगाल में शीघ्र ही राष्ट्रपति शासन लगाने की अपील की है। अभिनेत्री कंगना ने चुनाव के रिजल्ट के बाद हुई हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें वो हिंसा से व्यथित रोती हुई नज़र आ रही हैं।
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