जहां एक ओर दुनिया अभी चीन के वुहान वायरस के कहर से निपट ही रही है,वही दूसरी ओर अब एक चाइनीज राकेट ने विश्व समुदाय की चिंता बढ़ा दी है। दुनिया में अपनी विस्तारवादी नीति की आलोचना झेल रहे चीन की अंतरिक्ष में कब्ज़ा करने की सनक ने पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा खड़ा कर दिया है। नियंत्रण से बाहर हो चुके चाइनीज राकेट लांग मार्च 5बी धरती पर दोबारा प्रवेश करने के दौरान भारी विनाश का तांडव मचा सकता है। चाइनीज रॉकेट धरती के वायुमंडल में आठ मई को प्रवेश कर सकता है।
कोरोना संक्रमण की वजह से पहले ही ना सिर्फ लाखों लोगों की जान चली गयी है। इसके साथ ही कोरोना महामारी के कारण विश्व की अर्थव्यवस्था तक़रीबन बर्बाद होने के कगार पर है और अब इस चाइनीज रॉकेट ने दुनिया को एक नयी परेशानी में डाल दिया है। जानकारी के अनुसार इस रॉकेट की लम्बाई लगभग 100 फीट और वजन तक़रीबन 21 टन है। अमेरिकन न्यूज़ नेटवर्क सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है, कि रक्षा मुख्यालय पेंटागन बेकाबू चाइनीज रॉकेट पर पैनी नजर रख रहा है।
अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने अपने एक बयान में कहा है, कि चीन के लॉन्ग मार्च 5B रॉकेट को अमेरिकन स्पेस कमांड सेंटर रॉकेट को तलाशने की कोशिश कर रहा है, ताकि आने वाले संभावित खतरे को कुछ प्रतिशत तक टाला जा सके। उन्होंने कहा कि दो दिनों के वक्त में यह चाइनीज रॉकेट पृथ्वी की लगभग 30 बार परिक्रमा करेगा। यह रॉकेट लगभग 18 हजार मील प्रति घंटे के हिसाब से दूरी तय कर रहा है। इस रफ़्तार से अगर इस रॉकेट का कोई हिस्सा किसी जनसंख्या वाले क्षेत्र में गिरता है,तो भयंकर तबाही मच सकती है।
चाइनीज रॉकेट लॉन्ग मार्च 5B का सटीक अनुमान लगाना बेहद कठिन है। अंतरिक्ष विशेषज्ञों का मानना है, कि रॉकेट के मलबे के प्रशांत महासागर इलाके में गिरने की संभावना है। वहीं, कुछ अन्य वैज्ञानिकों का मत है,कि चाइनीज रॉकेट न्यूयॉर्क, मैड्रिड या फिर बीजिंग के आसपास में कहीं गिर सकता है। इसके अलावा इस रॉकेट की दक्षिण में न्यूजीलैंड और दक्षिण में चीली के समीप नजदीक गिरने की भी आशंका है, परन्तु यह पक्के तोर पर नहीं कहा जा सकता की ये चानीज रॉकेट किस स्थान पर गिरेगा।