अमेरिका में कैलिफोनर्निया की अदालत ने मुंबई में वर्ष 2008 में हुए आतंकी हमले के आरोपितों में से एक तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। जून 2020 में भारतीय एजेंसियों ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा की भूमिका आंतकी हमलो में सामने आने के बाद उसकी अस्थायी गिरफ्तारी की माँग की थी। बता दें, अदालत में अमेरिकी सरकार ने बताया, कि तहव्वुर को आतंकी साजिश की जानकारी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार (16 मई 2023) को कैलिफोर्निया के मजिस्ट्रेट जज जैकलीन चूलजियान की अदालत ने 48 पन्नों के आदेश में कहा, कि दस्तावेजों की समीक्षा करने और दी गई दलीलों को सुनने के बाद 62 वर्षीय तहव्वुर राणा उन अपराधों के लिए प्रत्यर्पण के योग्य है, जिनमें उसके प्रत्यर्पण की अपील की गई थी। अब एनआईए अमेरिकी सरकार से राजनयिक माध्यमों के जरिये तहव्वुर को भारत लाने के लिए प्रक्रिया शुरू करने को तैयार है।
US court allows extradition of 26/11 terror attack accused Pakistani-origin Canadian businessman Tahawwur Rana to India
— Press Trust of India (@PTI_News) May 17, 2023
बता दें, वर्ष 2008 में पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगर्दो ने मुंबई को दहला दिया था। मुंबई में किये गए हमलो में तहव्वुर राणा की भूमिका की जांच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) कर रही है। इस हमले का मास्टरमाइंड आतंकी डेविड हेडली था। मुंबई हमलों में तहव्वुर ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों और हेडली की मदद की थी।
कोर्ट की सुनवाई के दौरान संघीय अभियोजनकर्ता ने दलील दी, कि तहव्वुर राणा इस बात से वाकिफ था, कि उसके बचपन का दोस्त डेविड कोलमैन हेडली लश्कर ए तैयबा से जुड़ा हुआ था। हेडली की आतंकी गतिविधयों पर पर्दा डालकर तहव्वुर आतंकी संगठन व उससे जुड़े अपराधियों की मदद कर रहा था। तहव्वुर को हेडली के टारगेट्स समेत हमलों की साजिश के बारे में जानकारी थी। अमेरिकी सरकार ने कोर्ट में जोर देकर कहा, कि तहव्वुर षड्यंत्र का हिस्सा था।
अमेरिका में कैलिफोनर्निया की अदालत द्वारा तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के पक्ष में निर्णय दिए जाने के बाद मुंबई 26/11 आतंकी हमले के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर उज्ज्वल निकम ने इसे भारत की बड़ी जीत बताया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, कि यह पहली बार है जब अमेरिकी सरकार ने भारतीय जाँच एजेंसी के सबूतों पर विश्वास किया है।
#WATCH | "The order of the American court extraditing Tahawwur Rana (26/11 Mumbai terror attack accused) is a great victory for India. It is for the first time according to my knowledge, American govt has heavily relied upon Indian investigation agency's evidence…": Ujjwal… pic.twitter.com/R8SEvxZoO7
— ANI (@ANI) May 18, 2023
जानकारी के लिए बता दें, कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले में 6 अमेरिकी नागरिक समेत 166 निर्दोष लोग मारे गए थे। इन हमलों में पुलिस ने एक आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया था, जिसे 21 नवंबर 2012 को फाँसी की सजा दे दी गई थी। वहीं अन्य आतंकवादियों को भारतीय सुरक्षाबलों ने मुड़भेड़ के दौरान ढ़ेर कर दिया था।