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डोनाल्ड ट्रंप (चित्र साभार: COSBIX X हैंडल)
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने 5 मिलियन डॉलर में एक नया ‘गोल्ड कार्ड वीजा’ योजना शुरू करने का ऐलान किया है, जो अप्रवासियों को अमेरिकी नागरिकता देने का रास्ता खोलेगा। यह गोल्ड कार्ड योजना जो न सिर्फ ग्रीन कार्ड के फायदे देगा, बल्कि अमीर अप्रवासियों को अमेरिका में निवेश करने और नागरिकता प्राप्त करने का अवसर भी उपलब्ध कराएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, कि उन्होंने 35 वर्ष पुराने EB-5 वीजा को खत्म कर इसकी जगह 50 लाख अमेरिकी डालर में ‘गोल्ड कार्ड’ की योजना बनाई है। इस योजना के तहत, अप्रवासी 5 मिलियन डॉलर का भुगतान करके अमेरिकी सरकार से जांच प्रक्रिया से बच सकते हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे विश्व स्तरीय नागरिक हैं।
बीते बुधवार को अपने दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट मीटिंग में ट्रंप ने इस योजना को रखते हुए कहा, कि गोल्ड कार्ड योजना के जरिए जुटाए गए धन का इस्तेमाल अमेरिकी वित्तीय घाटे को कम करने के लिए किया जाएगा। उन्होंने बताया, कि यह आपको ग्रीन कार्ड का विशेषाधिकार प्रदान करेगा और साथ ही यह अमेरिकी नागरिकता का मार्ग भी खोलेगा।
"If we sell 10 million, which is possible … that’s $50 trillion. That means our debt is totally paid off, and we have $15 trillion above that."
President Trump says the new 'gold card' visa program could wipe out U.S. debt. pic.twitter.com/l0b6Liq0YS
— Fox News (@FoxNews) February 26, 2025
उल्लेखनीय है, कि भारत देश में प्रत्येक वर्ष लाखों लोग अमेरिका में रोजगार और बेहतर जिंदगी की खोज में पहुंचते हैं। इनमें से ज्यादातर टेक प्रोफेशनल्स या स्किल्ड कर्मचारी हैं, जो H-1B वीजा पर काम करते है। हालांकि अब उनके लिए ये खबर थोड़ी निराश करने वाली है। दरअसल, पहले EB-5 में कम पैसा लगाकर भी ग्रीन कार्ड मिल जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
ट्रंप प्रशासन ने बताया, कि इस योजना की पूरी जानकारी दो हफ्ते में आ जाएगी और तब पता चलेगा, कि इसमें और क्या-क्या शर्तें होंगी। हालांकि, बड़े कारोबारियों के लिए रास्ता आसान हो जायेगा। वो फटाफट नागरिकता ले सकते हैं और अपने परिवार को अमेरिका शिफ्ट कर सकते हैं, लेकिन ज्यादातर स्किल्ड प्रोफेशनल्स, जो अमेरिका की टेक इंडस्ट्री को चलाते हैं, उनके लिए रास्ता लगभग बंद हो जाएगा।