अमेरिका ने काबुल में ड्रोन स्ट्राइक के जरिए आतंकवादी संगठन अल कायदा के मुखिया अयमान अल जवाहिरी को ढ़ेर कर दिया है। अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि स्वयं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सटीक हमले के लिए अमेरिका ने अपनी घातक ‘निंजा मिसाइल’ के नाम से कुख्यात हेलफायर आर9एक्स हथियार का उपयोग किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने अल-जवाहिरी को मारने की पटकथा पहले ही तैयार कर ली थी। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए पिछले कई हफ्तों से काबुल में अलकायदा सरगना अल-जवाहिरी के ठिकाने पर नजर रखे हुए थी। इस दौरान उसकी हर गतिविधि की रिपोर्ट का व्हाइट हाउस और पेंटागन में बैठे कई वरिष्ठ अधिकारी अध्ययन कर रहे थे, और वे सिर्फ एक सही मौके की तलाश कर रहे थे।
उल्लेखनीय है, कि अमेरिका ने तय कर लिया था, कि सोमवार (1 अगस्त 2022) आतंकवादी संगठन के मुखिया अल-जवाहिरी का आखिरी दिन होगा। इसी वजह से व्हाइट हाउस ने सोमवार की दोपहर को ही ऐलान कर दिया था, कि राष्ट्रपति जो बाइडन शाम को ‘एक सफल आतंकवाद विरोधी अभियान’ के विषय में राष्ट्र को संबोधित करेंगे, हालाँकि व्हाइट हाउस ने किसी व्यक्ति के नाम जिक्र नहीं किया था। वहीं शाम होते-होते अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने अल-जवाहिरी की मौत की खबर की पुष्टि कर ली थी।
"Now, justice has been delivered," Pres. Biden says in confirming that a U.S. drone strike has killed al Qaeda leader al-Zawahiri.
"No matter how long it takes, no matter where you hide, if you are a threat to our people, the United States will find you and take you out." pic.twitter.com/Z8mKG3dZ9y
— CBS News (@CBSNews) August 1, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अल-जवाहिरी के खात्मे के लिए सीआईए ने अमेरिका के सबसे घातक हेलफायर आर9एक्स मिसाइल का उपयोग किया है। यह मिसाइल अन्य मिसाइलों की तरह विस्फोट नहीं करती है, बल्कि, इसके अंदर से चाकू जैसे नुकीले ब्लेड्स निकलते है, जो टारगेट पर अचूक निशाना लगाते है।
हेलफायर मशीन को काफी घातक और टारगेट पर अचूक निशाना साधने के लिए ही जाना जाता है। इससे आस-पास मौजूद लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुँचता है। जो बाइडन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा है, कि अचूक हमले में जवाहिरी के परिवार के सदस्यों के अलावा किसी अन्य नागरिक को कोई नुकसान नहीं पंहुचा है।