देवभूमि उत्तराखंड में इस वर्ष चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। इस वर्ष चारधाम यात्रा में हैली सेवाओं को और अधिक सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए इन पर हाईटेक कैमरों से निगाह रखी जाएगी। इस प्रक्रिया के लिए केदारघाटी में 6 स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाए जा रहे है। इन कैमरों के माध्यम से हेली सेवाओं का संचालन मानकों के अनुसार सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा इन हाईटेक कैमरों से मौसम के मिजाज पर भी नजर रखी जाएगी, ताकि मौसम बिगड़ने पर समय रहते हैली सेवाओं का संचालन सुरक्षा की दृष्टि से रोका जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास परिषद (यूकाडा) का विशेष ध्यान इस वर्ष हेली सेवाओं के सुरक्षित संचालन पर है। बता दें, पिछले साल अक्टूबर माह में केदारघाटी से वापस लौटते हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। हेली सेवाओं के संचालन के लिए यूकाडा नई नियमावली पर काम कर रहा है। वर्तमान नियमावली में हर घंटे छह हेली सेवाओं के संचालन की मंजूरी होती है इसमें दो हेलीकॉप्टर वायु में दो केदारनाथ में जबकि दो केदारघाटी में बने हेलीपैड पर खड़े होते है।
उल्लेखनीय है, कि केदारनाथ में हेली सेवा शुरू करने से पहले हेली सेवाओं का संचालन करने वाली कंपनी को डीजीसीए से अनिवार्य अनुमति लेनी पड़ती है। डीजीसीए हेली सेवा शुरू करने से पहले सभी हेली कंपनियों के हेलीपैड और हेलीकॉप्टर का निरीक्षण करता है। इसके अलावा पायलट को भी मंजूरी डीजीसीए ही प्रदान करता है, जबकि यूकाडा का कार्य हेली सेवाओं के संचालन पर नियंत्रण करना होता है।
वहीं केदारनाथ धाम में हेली टिकटों के नाम पर होने वाली ठगी को रोकने के लिए इस बार पुख्ता व्यवस्था का दावा किया जा रहा है। दरअसल गत वर्ष तक तत्काल के टिकट ऑफलाइन मिलते थे, इस परिस्थिति में ट्रेवल एजेंसिया और दलाल दोनों मिलीभगत से यह टिकट हासिल कर लेते थे और फिर मनमर्जी के दाम पर आगे बेच देते थे। इस वर्ष एक ईमेल आईडी पर वर्ष में सिर्फ दो बार टिकट मिलेंगे। वहीं इसमें एक बार से अधिकत्तम 6 टिकट ग्रुप बुकिंग में दिए जाएंगे।
गौरतलब है, कि चार धामों में हवाई यात्रा के लिए सरकार के नियंत्रण में अभी तक कोई हेली सेवा नहीं है। अभी हेली कंपनियां ही चारों धाम अथवा एक धाम के लिए देहरादून से चार्टेड सेवाएं उपलब्ध करा रही है। केदारनाथ के लिए इनका किराया नब्बे हजार से लेकर ₹1.15 लाख तक है। इस वर्ष यूकाडा इन चार्टर्ड हेलीकॉप्टर का संचालन सीधे केदारनाथ तक करने की योजना बना रहा है। इसके लिए अभी यह सुनिश्चित किया जा रहा है, कि इनका समय किस प्रकार निर्धारित किया जाए, जिससे सुरक्षा मानकों का उल्लंघन ना हो।