उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और टिहरी के बीच एक नई टनल बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इस टनल से यात्रा की अवधि तो घटेगी साथ देहरादून से टिहरी तक यात्री बेहद कम समय में पहुँच सकेंगे। इसके साथ ही पर्यटक का भी टिहरी झील जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुँचना आसान हो जाएगा, जिससे स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र की आर्थिक व्यवस्था में भी सुधार होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देहरादून और टिहरी के बीच एक नई रेल लाइन के लिए टनल बनाने की योजना पर काम चल रहा है। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय और रेल विकास विभाग के बीच बातचीत का दौर शुरू हो चुका है।
दरअसल, सड़क परिवहन मंत्रालय और रेल विकास विभाग ने रानी पोखरी से टिहरी झील के पास कोटी कॉलोनी तक लगभग 28 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण का सर्वेक्षण करने का निर्णय लिया था, और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने इस पर कार्यवाही भी शुरू कर दी है।
अब इस परियोजना में रेलवे लाइन को भी शामिल करने की योजना बनाई जा रही है। इस योजना के तहत पूर्व में केंद्रीय सड़क राजमार्ग, परिवहन मंत्रालय और रेलवे विकास निगम के बीच बैठक भी हो चुकी है। बैठक में टनल के सर्वेक्षण का डेटा साझा करने के साथ-साथ इस परियोजना को संयुक्त रूप से विकसित करने पर सैद्धांतिक सहमति बनी है।
योजना के अनुसार, सड़क परिवहन के लिए टनल के साथ-साथ रेलवे के लिए भी टनल का निर्माण किया जाएगा और दोनों टनल एक-दूसरे के लिए निकासी टनल का कार्य करेंगी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे ने जानकारी दी, कि इस परियोजना पर पहले भी चर्चा हो चुकी है। उन्होंने बताया, कि इस परियोजना की गति बढ़ाने के लिए जल्द ही मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी।
टनल का सर्वेक्षण NHAI द्वारा किया गया था, लेकिन वर्तमान में इसे रोक दिया गया है। अब इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया, कि 28 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण से देहरादून से टिहरी की दूरी केवल डेढ़ से 2 घंटे रह जाएगी, जिससे टिहरी झील आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा, यदि रानी पोखरी से कोटी कॉलोनी तक टनल का निर्माण किया जाता है, तो इससे रेलवे नेटवर्क का विस्तार होगा। इस योजना के अंतर्गत टनल और एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य किया जाएगा।