उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदानी क्षेत्रों में मानसून की भारी बारिश आफत बनकर आसमान से बरस रही है। बीते गुरुवार की देर रात हुई अत्यधिक बारिश के कारण रुद्रप्रयाग स्थित द्वितीय केदार मदमहेश्वर घाटी के ग्राम गौंडार के बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल बहने के कारण संपर्क मार्ग टूट गया। नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल के तेज धारा में बहने के कारण करीब 50 तीर्थ यात्रियों समेत स्थानीय व्यापारी फंस गए थे।
घटना की सूचना पर पुलिस, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें तत्काल मौके पहुंची और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने का रेस्क्यू अभियान चलाया। एएनआई (ANI) की एक्स पोस्ट के अनुसार, मद्महेश्वर घाटी में फंसे कुल 68 लोगों को बचाया गया और सकुशल यहां से निकाला गया।
#WATCH | A total of 68 people trapped in Madmaheshwar Valley were rescued and evacuated from here: Rudraprayag Police Uttarakhand
(Source: Rudraprayag Police Uttarakhand) pic.twitter.com/ivwxpqXONy
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 26, 2024
मदमहेश्वर धाम से लगभग 6-7 कि.मी. नीचे नानू स्थान पर तैयार किए गए अस्थायी हेलीपैड से हेलिकॉप्टर द्वारा रांसी गांव तक छोड़ा जा रहा है, जहां से वापसी का सफर सड़क मार्ग से किया जा रहा है। अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया, कि जिलाधिकारी स्वयं मौके पर पूरे रेस्क्यू की निगरानी कर रहे है।
उन्होंने बताया, कि जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा फूड पैकेट्स भी वितरित किए जा रहे हैं। दोपहर साढ़े 12 बजे तक 51 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। जिसमें उत्तर प्रदेश के 27 लोग, दिल्ली के आठ, दो लोग आंध्र प्रदेश, एक तेलंगाना, एक गुजरात के श्रद्धालु हैं। वहीं 12 स्थानीय एवं उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटक इसमें शामिल है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी आज कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है। जबकि देहरादून और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पौड़ी, चमोली जिले में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अन्य जिलों में तेज गर्जन के साथ कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है।