धार्मिक नगरी हरिद्वार में शदाणी दरबार के सप्तम पीठाधीश्वर संत राजाराम साहिब की 63वीं बरसी पर तीन दिवसीय महोत्सव शनिवार (8 अप्रैल 2023) से शुरू हो गया है। पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र से 306 हिंदू तीर्थयात्री इस महोत्सव में भाग लेने के लिए हरिद्वार पहुंच गए है। आध्यात्मिक यात्रा पर हरिद्वार पहुंचे पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हिंदू श्रद्धालु धार्मिक नगरी के रंग में रंगे नजर आए।
पाकिस्तान से महोत्सव में शामिल होने आये हिंदू श्रद्धालुओं का अखिल भारतीय सनातन परिषद ने पटका पहनाकर और पुष्प मालाओं से भव्य स्वागत किया। शदाणी दरबार के नंवम पीठाधीश्वर डॉ संत युधिष्ठिर लाल ने जानकारी दी, कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत से लगभग 315 वर्ष पहले 1708 में शदाणी दरबार की स्थापना की गई थी। तब से पाकिस्तान से प्रत्येक वर्ष श्रद्धालुओं का जत्था शदाणी दरबार में आता है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय सनातन परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार बत्रा ने कहा, कि शदाणी दरबार तीर्थ भारत के श्रद्धालुओं को पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओ को भारत भ्रमण कराकर सिंधु को गंगा व गंगा को सिंधु में मिलाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने बताया, कि अप्रैल में श्रद्धालु का जत्था सिंधु नदी से जल लेकर आते है और हरिद्वार में गंगा नदी के जल में मिलाते है।
पाकिस्तान से पहुंचे हिंदू श्रद्धालुओं का कहना है, कि हरिद्वार में आकर उन्हें अपने घर जैसा माहौल महसूस हो रहा है। एक तरफ मां गंगा और दूसरी तरफ मंदिरों के दर्शन करने से बेहद प्रसन्नता मिली है। श्रद्धालुओं ने कहा, कि देवभूमि में आने का सौभाग्य मिला, ये हमारे के लिए बहुत ही गौरव की बात है। उन्होंने कहा, कि शदाणी दरबार तीर्थ से हमारी गहरी आस्था जुड़ी है। इसलिए बस ये चाहते है, कि ये मौका हमें बार-बार मिले।