जोशीमठ के पास अवरुद्ध बदरीनाथ हाईवे 72 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद आज चौथे दिन दोपहिया वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गया। बता दें, कि बद्रीनाथ हाईवे बीते मंगलवार से जोशीमठ और जोगीधारा के बीच बाधित चल रहा था। सीमा सड़क संगठन (BRO) की टीम अपनी जान जोखिम में डालकर रास्ता खोलने के लिए दिन-रात प्रयास कर रही है। शुक्रवार को मार्ग को बाधित कर रहे विशाल बोल्डर हटा लिया गया है।
उत्तराखंड पुलिस की एक्स पोस्ट के अनुसार, चमोली में जोशीमठ के पास अवरुद्ध सड़क मार्ग दुपहिया वाहनों के लिए खुल गया है। फिलहाल दोपहिया वाहन के लिए मार्ग सुचारू है। फंसे यात्रियों को पैदल निकाला जा रहा है। हाईवे के जल्द खुलने की संभावना है। मार्ग खोलने का कार्य जारी है।
चमोली में जोशीमठ के पास अवरुद्ध सड़क मार्ग दुपहिया वाहनों के लिए खुल गया है।#UttarakhandPolice pic.twitter.com/tAn1M9VG2g
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 12, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार सुबह जोशीमठ में बदरीनाथ हाईवे के खुलने के बाद चार दिनों से फंसे दोपहिया वाहनों को निकालने का काम शुरू हुआ। पहले पैदल आवाजाही करने वालों को निकाला गया। उपजिलाधिकारी जोशीमठ के अनुसार, तीन हजार फंसे तीर्थ यात्रियों में से 1500 को निकाल लिया गया है।
हाईवे पर आवाजाही शुरू होने के बाद औली, हेमकुंड साहिब, बदरीनाथ धाम और फूलों की घाटी जाने वाले ढाई हजार से ज्यादा यात्रियों ने राहत की सांस ली है। गुरुवार को इन यात्रियों ने वाहनों में और विभिन्न पड़ावों पर रात गुजारी। गोविंदघाट से लेकर जोशीमठ तक लगभग तीन हजार यात्री जगह-जगह फंसे हुए थे। वहीं बदरीनाथ दर्शन करने जा रहे कुछ श्रद्धालु हाईवे न खुलता देख पीपलकोटी (बदरीनाथ से 80 किमी पहले) से ही वापस लौट गए।
बता दें, कि मंगलवार 9 जुलाई को सुबह जोशीमठ के नजदीक चुंगीधारा में पहाड़ी से विशालकाय चट्टान का एक हिस्सा टूटकर बदरीनाथ हाईवे पर आ गिरा था। तब से यहां पर यातायात बाधित है। राजमार्ग बाधित होने से जोशीमठ विकासखंड में उपचुनाव के लिए गई 15 पोलिंग पार्टी भी 12 घंटे तक अपने-अपने बूथ में फंसी रही। वहीं चार पोलिंग पार्टी को हेलीकाप्टर की सहायता से गोपेश्वर पहुंचाया गया।
भूस्खलन से 20 मीटर से अधिक क्षतिग्रस्त मार्ग में पहाड़ी से रुक-रुक कर पत्थर और मलबा गिर रहा है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम जान जोखिम में डालकर रास्ता खोलने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है। बाधित हाईवे को खोलने के दौरान पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा व पत्थर फिर से मार्ग पर आ गिरे। गनीमत रही, कि इससे पहले ही श्रमिक और एसडीआरएफ जवान दौड़ लगाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए।
बीआरओ कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने मीडिया को बताया, कि राजमार्ग को खोलने के लिए कार्य लगातार जारी है। पहाड़ी से रुक-रुक पत्थर और मलबा गिरने से खतरा बना हुआ है। जल्द ही राजमार्ग यातायात के लिए सुचारु कर दिया जाएगा। वहीं राजमार्ग बंद होने से जोशीमठ, पीपलकोटी, हेलंग, चमोली, बिरही, टंगड़ी समेत विभिन्न पड़ावों पर फंसे हुए यात्रियों की स्थानीय लोगो ने मदद की। पीपलकोटी में स्थानीय निवासियों ने यात्रियों के लिए भोजन का प्रबंध किया।
मौसम विज्ञान केंद्र ने 12 जुलाई को देहरादून, टिहरी, पौड़ी , नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।