केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को स्वर्ण जड़ित करने पर सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहे आरोपों को श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने दुर्भाग्यपूर्ण और षड्यंत्र का हिस्सा बताया। समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के अनुसार, दानीदाता की श्रद्धा और आस्था की भावना को देखते हुए मंदिर समिति की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव का परीक्षण कर गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने की अनुमति दी गई थी।
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने स्पष्ट किया है, कि बीकेटीसी अधिनियम-1939 में निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप ही दानी दाता से दान स्वीकार किया गया है। केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने के लिए शासन से अनुमति ली गई। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के विशेषज्ञों की देखदेख में स्वर्ण मंडित करने का कार्य किया गया।
If donors' feelings continue to be insulted like this, then no one will come forward for donation cooperation and infrastructure development in pilgrimages. I also want to ask these anti-Hindu Congress leaders and SP chief Akhilesh Yadav that why they never question the wealth… pic.twitter.com/f5zp1vfJz2
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 18, 2023
उन्होंने कहा, कि गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने का कार्य स्वयं दानी दाता ने अपने स्तर से किया है। दानी दाता ने ज्वैलर्स से तांबे की प्लेटें तैयार कराई और फिर उन पर सोने की परतें चढ़ाई और अपने ज्वैलर्स के माध्यम से ही इन प्लेटों को मंदिर में स्थापित कराया। सोना खरीदने से लेकर दीवारों पर जड़ने तक का कार्य दानीदाता की ओर से कराया गया।
दानीदाता द्वारा गर्भ गृह में लगाई गई स्वर्ण व तांबे की प्लेटों के आधिकारिक बिल व बाउचर बीकेटीसी को कार्य पूर्ण होने के पश्चात दे दिए गए थे। बीकेटीसी ने नियमानुसार इसे स्टॉक बुक में दर्ज किया गया है। दानी दाता ने बीकेटीसी से आयकर अधिनियम की धारा- 80 का प्रमाण पत्र नहीं मांगा, लेकिन कुछ लोग षडयंत्र रचकर केदारनाथ धाम की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे है।
समिति के अध्यक्ष ने बताया, कि इसी दानीदाता ने वर्ष 2005 में श्री बद्रीनाथ मंदिर के गर्भगृह को भी स्वर्णजड़ित किया था, लेकिन वर्तमान में समय में एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत विद्वेषपूर्ण आरोप लगाए जा रहे है। उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि प्रेरणा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मागर्दर्शन में सुव्यवस्थित यात्रा संचालन के कारण यात्री संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, कि यह बात कुछ राजनीतिक तत्वों को रास नहीं आ रही है। ऐसे तत्व यात्रा को प्रभावित करने और केदारनाथ की छवि को धूमिल करने के लिए भ्रम फैला रहे है। समिति के अध्यक्ष ने कहा, कि यदि इसी तरह दानदाताओं की भावनाओं का अपमान होता रहा, तो तीर्थों में दान सहयोग और अधोसंरचना विकास के लिए कोई आगे नहीं आएगा।