बुधवार 10 जुलाई, 2024 को उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। बुधवार को सुबह आठ बजे से दोनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव शुरू हुआ। खबर लिखे जाने तक मंगलौर में 69.74 प्रतिशत और बदरीनाथ में 51 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया। वहीं वोटों की गिनती 13 जुलाई को की जाएगी। बता दें, कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मंगलौर में 75.95 प्रतिशत और बदरीनाथ में 65.75 प्रतिशत मतदान हुआ था।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया, कि दोनों विधानसभा में उपचुनाव शांतिपूर्ण रहा है और समय से सभी ईवीएम ने काम शुरू कर दिया था। बदरीनाथ हाईवे बंद होने की वजह से बुधवार को मतदान संपन्न होने के बाद 40 पोलिंग पार्टियां स्ट्रांग रूम तक ईवीएम नहीं पहुंचा पाईं। अब गुरुवार की शाम तक सड़क मार्ग से ही सभी पोलिंग गोपेश्वर पहुंच जाएंगी। बता दें, कि मतदान के लिए रवानगी के बाद पोलिंग पार्टियां हाईवे बाधित होने के चलते फंस गई।
मंगलौर विधानसभा का उप चुनाव कई मतदान केंद्रों पर हंगामा एवं मारपीट के बाद संपन्न हो गया है। मंगलौर विधानसभा उपचनुाव में 132 पोलिंग बूथ की सुरक्षा के लिए तीन हजार पुलिसकर्मी तैनात थे। वहीं छह सौ से अधिक पुलिसकर्मी रिजर्व में रखे गये थे। इतनी भारी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद लिब्बहरेडी में बवाल हो गया। लगभग 20 मिनट चले हंगामे के बाद पुलिस ने वक्त रहते हालात संभाल लिए, अन्यथा बड़ी घटना घटित हो सकती थी।
बता दें, मंगलौर से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक सरवत करीम अंसारी का पिछले साल अक्टूबर में निधन होने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया गया था। वहीं, बद्रीनाथ में कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के इस साल मार्च में इस्तीफा देने और बीजेपी में शामिल होने के बाद यह सीट रिक्त चल रही थी।
बता दें, कि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद अब यह विधानसभा सीट भी रिक्त हो गई है। इस सरकार में तीसरे विधायक की मृत्यु की वजह से सीट खाली हुई है। इससे पहले बागेश्वर विधायक चंदन रामदास के निधन पर रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव हुआ था। विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद रिक्त हुई मंगलौर विधानसभा सीट पर बुधवार को मतदान हुआ।