उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का बुधवार (26 अप्रैल 2023) को निधन हो गया। लंबे वक्त से बीमार चल रहे चंदन राम दास की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बागेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री धामी ने कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के आकस्मिक निधन पर दुःख प्रकट करते हुए कहा, “सरल, सहज एवं मृदुभाषी श्री चंदन राम दास जी ने समाज में गरीबों, शोषितों व वंचितों की भलाई के लिए समर्पित भाव से कार्य किया।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बागेश्वर भ्रमण के दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिस उन्हें तत्काल जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया, जहां चिकित्सकों के तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। रिपोर्ट्स के अनुसार, लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास दो दिन पूर्व ही पिथौरागढ़ जिले के भ्रमण पर आए थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही पिथौरागढ़ जनपद में शोक की लहर दौड़ गई।
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख जताते हुए कहा, “मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी चंदन राम दास के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी श्री चंदन राम दास जी के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है।
ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 26, 2023
कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन पर राज्य में तीन दिन (26 से 28 अप्रैल) तक का राजकीय शोक घोषित किया गया है। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय में जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के बाद शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें दिवंगत कैबिनेट मंत्री चंदन दास को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें, छात्र राजनीती से शुरुआत करने वाले चंदन राम दास एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव चुने गए थे। इसके बाद वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने थे। वहीं 2007, 2012, 2017 और 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए।