उत्तराखंड के स्कूली पाठ्यक्रम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) द्वारा संचालित चंद्रयान अभियानों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है। इसके अलावा सभी राजकीय विद्यालयों में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने शासकीय आवास पर विद्यालयी शिक्षा विभाग की बैठक के दौरान यह जानकारी दी, कि चंद्रयान-3 अभियान की सफलता ने देश-दुनिया में भारतीय प्रतिभा का परचम लहराया है। बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के उद्देश्य से राज्य के विद्यालयी शिक्षा पाठ्यक्रम में चंद्रयान अभियानों को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा, कि इसके लिए विभागीय अधिकारियों को विज्ञान वर्ग के अंतर्गत कक्षा छह से 12वीं कक्षा तक के लिए चरणवद्ध पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए है। शिक्षा मंत्री ने कहा, कि कतिपय विद्यालय ऐसे हैं, जहां पर शिक्षक तैनात हैं, लेकिन उनके विषय में छात्र-छात्राओं की संख्या शून्य है। ऐसे शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों में जहां पर संबंधित विषय में छात्र पंजीकृत हों समायोजित किया जाएगा।
इसके लिए विभागीय अधिकारियों को सूची तैयार कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री ने बताया, कि कई राजकीय स्कूलों में कार्यरत संविदा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए सितंबर प्रथम सप्ताह में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर ठोस निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आपदा से क्षतिग्रस्त विद्यालयों के आपदामद से मरम्मत एवं निर्माण कराने के भी निर्देश भी दिए। बैठक में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक बेसिक शिक्षा आरके उनियाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।