
उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा को लेकर नया अपडेट सामने आया है। यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए यात्रियों को रजिस्ट्रेशन के साथ अब डिक्लेरेशन फॉर्म भी देना होगा। डिक्लेरेशन फॉर्म (स्वप्रमाणित) में वाहन में सवार यात्रियों के रहने से लेकर खाने तक की सभी व्यवस्थाओं का विवरण शामिल होगा।
यातायात निदेशक आईजी अरुण मोहन जोशी ने चार धाम यात्रा 2025 को सुचारू रूप से चलाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। वरिष्ठ आईपीएस अरुण मोहन जोशी ने डिक्लेरेशन फॉर्म में चार धाम यात्रा में जाने वाले यात्रियों के रहने-खाने और संख्या इत्यादि की सम्पूर्ण जानकारी अनिवार्य रूप से मांगी है।
इस डिक्लेरेशन फॉर्म को वाहन के नंबर के साथ लिंक किया जाएगा, जो ऑटोमेटेड नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (एएनपीआर) कैमरे के माध्यम से चेक पोस्ट पर चेक किया जाएगा। यह चेकिंग प्राइवेट अथवा कमर्शियल वाहन के साथ की जाएगी। आईजी अरुण मोहन जोशी ने मीडिया को बताया, कि इस बार 30 एएनपीआर कैमरे चार धाम यात्रा मार्ग पर इंस्टाल किये गए हैं।
इन सभी कैमरों की निगरानी चार धाम यात्रा के दौरान देहरादून कंट्रोल रूम से की जाएगी। डिक्लेरेशन फॉर्म को प्रत्येक यात्री के लिए जमा करना अनिवार्य होगा और जमा न करने की स्थिति में वाहनों को ऑटोमेटेड नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे की मदद से चेक पोस्ट पर रुकवा दिया जाएगा। यह व्यवस्था यातायात निदेशालय द्वारा की जा रही है।
निदेशालय का कहना है, कि चेक पोस्ट पर रोके गए वाहन वापस भेज दिए जाएंगे। बता दें, कि इस साल यात्रा 30 अप्रैल 2025 से शुरू होने वाली है। पिछले साल यात्रा में उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन को खासा संघर्ष करना पड़ा था। इसलिए प्रशासन ने इस बार यात्रा की व्यवस्थाओं के तहत यात्रियों का सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म अनिवार्य कर दिया है।