मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार (1 सितबंर 2024) को खटीमा गोलीकांड की बरसी पर उधमसिंह नगर के खटीमा पहुंचकर शहीद स्मारक पर उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले राज्य आंदोलनकारियों की याद में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर सीएम धामी ने राज्य आंदोलनकारी शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
राज्य आंदोलनकारियों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, राज्य आंदोलनकारियों के लंबे संघर्ष एवं बलिदान के कारण ही हमें पृथक राज्य उत्तराखण्ड प्राप्त हुआ। तत्कालीन सरकारों ने राज्य आंदोलनकारियों पर बर्बरता की सभी सीमाएं पार कर दी थी, जिसकी पीड़ा आज भी सभी उत्तराखण्डियों के हृदय में है।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami participates in the tribute program organised in memory of the state agitators who lost their lives during the Uttarakhand movement, at the Martyr's Memorial in Khatima, Udham Singh Nagar. pic.twitter.com/ZBZdA4IEmQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 1, 2024
सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा, राज्य आंदोलन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति में आयोजित इस कार्यक्रम में मैं सभी शहीद आंदोलनकारियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने कहा, कि इन आंदोलनकारियों की बदौलत ही हमें उत्तराखंड राज्य मिला है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, राज्य निर्माण में आपके द्वारा दिया गया बलिदान अविस्मरणीय है। हमारी सरकार शहीदों के सपनों के अनुरूप निरंतर कार्य कर रही है। हमारी सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों से किए गए वादे को पूरा किया। उन्होंने कहा, कि राज्य आंदोलनकारियों एवं उनके आश्रितों के सशक्तिकरण के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है। हम राज्य आंदोलनकारियों के स्वप्न के अनुरूप नव्य-दिव्य उत्तराखण्ड के निर्माण हेतु प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।
सीएम धामी ने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दिल में उत्तराखंड बसता है। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि जब भी पूरे देश की कोई बात आती है तो वे उत्तराखण्ड को कभी नहीं भूलते हैं।” मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हाल ही में भारत सरकार ने पूरे देश में बड़े औद्योगिक पार्क स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की है, जिसमें से एक पार्क जनपद ऊधम सिंह नगर में भी बनाया जाएगा।”
"आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के दिल में उत्तराखण्ड बसता है। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि जब भी पूरे देश की कोई बात आती है तो वे उत्तराखण्ड को कभी नहीं भूलते हैं।": मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/SLf5hVTU2k
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) September 1, 2024
उन्होंने कहा, “हमने प्रदेश के मूल स्वरूप को सुरक्षित रखने के लिए सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करने के साथ ही प्रदेश के अंदर अवैध अतिक्रमण को हटाते हुए 5000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाने का कार्य किया है।” मुख्यमंत्री ने कहा, एक पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के लिए भी हमारी चिंता होनी चाहिए, क्योंकि हमारे आंदोलनकारियों के मन में भी यह चिंता जरूर रही होगी।”
" एक पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के लिए भी हमारी चिंता होनी चाहिए क्योंकि हमारे आंदोलनकारियों के मन में भी यह चिंता जरूर रही होगी।": मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/Ww73murFTv
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) September 1, 2024
बता दें, कि 1994 में उत्तराखंड राज्य आंदोलन अपने चरम पर था। एक सितंबर 1994 को उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार ने उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर खटीमा की सड़कों पर उतरे निहत्थे हजारों आंदोलनकारियों पर गोलियों की बौछार करवा दी थी। आज भी वो दिन याद कर आंदोलनकारियों की रूह कांप जाती है, जब एक सितंबर 1994 को खटीमा में गोली कांड को अंजाम दिया गया था।
खटीमा में हजारों आंदोलनकारियों पर गोलियां बरसाई गई थी। इस दौरान सात आंदोलनकारी शहीद हो गए और कई लोग गंभीर रूप घायल हो गए थे। आज भी इस दिन के आते ही आंदोलनकारियों और उनके परिजनों का दर्द छलक जाता है। इस दिन तत्कालीन पुलिस प्रशासन ने जो बर्बरता दिखाई उसे कभी भूला नहीं जा सकता।