रविवार (19 नवंबर 2023) को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित सिलक्यारा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पिछले आठ दिनों से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा की। इस मौके पर मुख्य सचिव एस एस संधू भी उपस्थित रहे।
केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “पिछले 7-8 दिनों से हम पीड़ितों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालना उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, कि हम छह वैकल्पिक विकल्पों पर काम कर रहे है और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियां यहां काम कर रही हैं। पीएमओ से भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सुरंग विशेषज्ञों और बीआरओ अधिकारियों को भी बुलाया गया है।
#WATCH | Uttarakhand: Union Minister Nitin Gadkari arrives at Dehradun airport.
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami and Union Minister Nitin Gadkari will leave for the Silkyara tunnel in Uttarkashi to conduct an on-site inspection of the ongoing relief and rescue work. pic.twitter.com/71zZFe5xgw
— ANI (@ANI) November 19, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स हैंडल ( पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी, “माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी के साथ उत्तरकाशी पहुंच कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने हेतु चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही टनल में फंसे लोगों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।”
माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री @nitin_gadkari जी के साथ उत्तरकाशी पहुंच कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने हेतु चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही टनल में फंसे लोगों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता का… pic.twitter.com/eUfCkaM5mI
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 19, 2023
सीएम धामी ने इस दौरान अधिकारियों को टनल में फंसे लोगों के लिए ऑक्सीजन, भोजन, दवाई इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों से भी निरंतर संपर्क बनाए रखने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा, “टनल से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसके लिए हमारी सरकार केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर पूरी ताकत के साथ बचाव कार्यों में जुटी है।”
वहीं प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया, कि रेस्क्यू आपरेशन में अब माइक्रो ड्रोन की भी मदद ली जाएगी। सुरंग में मशीनों के इस्तेमाल से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मलबा लगातार गिरने से रेस्क्यू में बाधा आ रही है। बता दें, कि दीपावली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज आठवां दिन है और अब टनल में फंसे श्रमिकों का धैर्य भी जवाब देने लगा है।