उत्तराखंड स्थित उत्तरकाशी जनपद में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में दिवाली वाले दिन से कैद 41 मजदूर अपनी आजादी का इंतजार कर रहे है। हादसे के दिन से ही युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन श्रमिक कब तक बाहर आ पाएंगे इस बारे में राहत एवं बचाव अभियान से जुड़ी एजेंसीयां और जिला प्रशासन कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। वहीं पीएम मोदी भी प्रतिदिन सिलक्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों एवं उनके स्वजनों के बारे में सीएम धामी से फोन पर अपडेट ले रहे है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी, “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी सिलक्यारा, उत्तरकाशी टनल में फंसे श्रमिकों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी प्रतिदिन श्रमिकों का कुशलक्षेम एवं सुरंग में जारी राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ले रहे हैं।”
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी सिलक्यारा, उत्तरकाशी टनल में फंसे श्रमिकों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी प्रतिदिन श्रमिकों का कुशलक्षेम एवं सुरंग में जारी राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ले रहे हैं।
केंद्रीय एजेंसियां, प्रदेश प्रशासन एवं…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 25, 2023
सीएम धामी ने कहा, “केंद्रीय एजेंसियां, प्रदेश प्रशासन एवं अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीमें सारे विकल्पों पर कार्य कर रही हैं, हम शीघ्र ही श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने में सफल होंगे।” उन्होंने कहा, न्यू ऑस्ट्रियन टनल मेथड से इस सुरंग का निर्माण हो रहा है। सुरंग में इस्पात की वस्तुएं सामने आने से ऑगर मशीन को कुछ नुकसान पहुंचा है। इसे ठीक किया जा रहा है। इस कारण ऑपरेशन को कुछ समय के लिए रोका गया है।
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री धामी से सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों की स्थिति और उनको दी जाने वाली खाद्य और दैनिक दिनचर्या की वस्तुओं के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य में लगे श्रमिकों की स्थिति और उनके लिए किए जा रहे सुरक्षा के उपाय के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिए, कि इसमें किसी प्रकार की कोई कमी न रहे। उन्होंने बचाव कार्य की प्रगति और किए जा रहे कार्यों के साथ ही कई एजेंसियों के बीच समन्वय बनाने को कहा।
मुख्यमंत्री धामी ने बताया, “सिलक्यारा सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग करने के साथ मातली उत्तरकाशी में ही अस्थायी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थापित किया है। इससे बेहतर ढंग से पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग हो सकेगी। शनिवार को मुख्यमंत्री धामी और मुख्यसचिव डा.संधू ने टनल का निरीक्षण किया।
#WATCH | Uttarkashi: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami leaves from Silkyara tunnel site after taking stock of the rescue operation that is underway here to rescue 41 trapped workers. pic.twitter.com/DRdA7nnWEU
— ANI (@ANI) November 25, 2023
चारधाम ऑलवेदर परियोजना की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। पिछले 13 दिनों से टनल के अंदर फंसे श्रमिकों का स्वास्थ्य ठीक है। लगातार पाइप के जरिए श्रमिकों को खाना पहुंचाया जा रहा है। आज 14वें दिन उम्मीद की जा रही है सभी मजदूर सकुशल बाहर आ जाएंगे।
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ, अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि ऑगर मशीन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। उससे ड्रिलिंग संभव नहीं है। अब दूसरे विकल्प का रास्ता बचा है। बताया जा रहा है, कि बीआरओ कर्मी वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीनों को पहाड़ी की चोटी तक शीघ्रता से पहुंचाएंगे। एसजेवीएन और ओएनजीसी की टीमें सिल्कयारा सुरंग के ऊपर पहाड़ी पर पहुंच गई हैं। ड्रिलिंग मशीन आते ही वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू हो जाएगा।