भराड़ीसैंण स्थित मुख्यमंत्री आवास में बीते गुरुवार (16 मार्च 2023) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के लोकपर्व फूलदेई की शुभकामनाएं देते हुए कहा, कि किसी भी राज्य की संस्कृति एवं परंपराओं की पहचान में लोक पर्वो की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सीएम धामी ने कहा, हम सभी को अपने लोक पर्वो एवं लोक परंपराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास करने होंगे।
उत्तराखंड के लोक पर्व फूलदेई पर स्थानीय बच्चों ने भराड़ीसैंण स्थित सीएम आवास पर पारंपरिक मांगल गीतों के साथ रंग-विरंगे प्राकृतिक पुष्पों की वर्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि बच्चों को अपनी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं से जोड़े रखने के लिए लोक पर्व फूलदेई को आने समय में संस्थागत तरीके से बाल पर्व के रूप में वृहद स्तर पर प्रतिवर्ष मनाया जायेगा।
बच्चों को अपनी लोक संस्कृति और परंपराओं से जोड़े रखने के लिए लोक पर्व फूलदेई को आने वाले समय में संस्थागत तरीके से बाल पर्व के रूप में वृहद स्तर पर मनाया जाएगा।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 16, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि देवभूमि उत्तराखंड में मनाया जाने वाला लोकपर्व फूलदेई हमारी संस्कृति को उजागर करता है, साथ ही यह पर्व पहाड़ की परम्पराओं को भी कायम रखे हुए है। सीएम धामी ने कहा, फूलदेई छम्मा देई, दैणी द्वार भर भकार। अर्थात यह देहरी फूलों से सजी रहे। घर खुशियों से भरा हो। सबकी रक्षा हो। अन्न के भंडार सदैव भरे रहे। उत्तराखंड में इसे फूल संक्रांति के रूप पर मनाया जाता है।
सीएम धामी ने कहा, इस दिन घरो की देहरी को फूलों से सजाया जाता है। घर-मंदिर की चौखट का तिलक करते हुए फूलदेई छम्मा देई कहकर मंगलकामना की जाती है। फूलदेई के अवसर पर भराड़ीसैंण स्थित सीएम आवास में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी उपस्थित रहे।