मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार (20 जून 2023) को दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के निरीक्षण दौरान सीएम धामी ने अस्पताल परिसर में फैली गंदगी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को परिसर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्विटर संदेश में जानकारी दी है, “आज दून मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण कर अस्पताल व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। इस दौरान मरीज़ों एवं उनके परिजनों से बातचीत करते हुए अस्पताल में मौजूद संसाधनों, चिकित्सकों की उपलब्धता, दवाइयों एवं खाने-पीने की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
आज दून मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण कर अस्पताल व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। इस दौरान मरीज़ों एवं उनके परिजनों से बातचीत करते हुए अस्पताल में मौजूद संसाधनों, चिकित्सकों की उपलब्धता, दवाइयों एवं खाने-पीने की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
अधिकारियों को अस्पताल परिसर को स्वच्छ… pic.twitter.com/j1pVTihwT8
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 20, 2023
सीएम धामी ने बताया, कि अधिकारियों को अस्पताल परिसर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने, मरीज़ों को उच्च गुणवत्तायुक्त पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य सम्बंधित जांच के लिए अस्पताल में रजिस्ट्रेशन डेस्क की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के लिए तैयार हो रहे भोजन को स्वयं चख कर देखा। उन्होंने कहा, कि मरीजों को मिलने वाले भोजन में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही भोजन में पोषक तत्वों की उपलब्धतता का भी विशेष ध्यान रखने के आदेश दिए। उन्होंने पंजीकरण डेस्क में जाकर प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या के विषय में भी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा, कि स्वास्थ संबंधित परिक्षण के लिए चिकित्सालय आए मरीजों को लंबी कतारों में ना लगाना पड़े इसके लिए रजिस्ट्रेशन डेस्क की संख्या में भी बढ़ोतरी का सुझाव दिया। इस दौरान सीएम धामी ने आपातकालीन वार्ड में जाकर वहां उपस्थित चिकित्सको व नर्सिंग स्टाफ से भी बातचीत की।
सीएम धामी ने अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों की उपस्थिति और मरीजों के उपचार में हो रही विभिन्न आधुनिक मशीनों के संचालन के विषय में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा, कि अस्पताल में यह व्यवस्था भी सुनिश्चित किया जाए, कि मरीजों को उपचार के लिए बेवजह घूमना ना पड़े और एक ही स्थान पर मरीज अधिक से अधिक लाभ ले सके।