मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार (1 फरवरी 2025) को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन से शारदा कॉरिडोर परियोजना के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान सीएम धामी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया, कि शारदा कॉरिडोर के कार्य में तेजी लाई जाए। साथ निर्देश दिए है, कि इस परियोजना के लिए जल्द ही भूमि का ज्वाइंट सर्वे किया जाए।
सीएम धामी ने कहा, कि शारदा कॉरिडोर क्षेत्र में भूस्खलन की दृष्टि से संवेनदशील क्षेत्र की स्टडी कर उनके सुरक्षात्मक उपायों पर कार्य किए जाएं। इस परियोजना के तहत धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शारदा नदी के किनारे रिवर फ्रंट का विकास किया जाए। जिसमें नदी किनारे घाटों का सौन्दर्यीकरण, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन से शारदा कॉरिडोर परियोजना के संबंध में बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि शारदा कॉरिडोर के कार्यों में तेजी लाई जाए। इस परियोजना के लिए जल्द ही भूमि का ज्वाइंट सर्वे किया जाए।
उन्होंने कहा कि शारदा… pic.twitter.com/qGWWWfgVb4
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) February 1, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि शारदा और गंगा कॉरिडोर का मुख्य उद्देश्य राज्य में धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना तथा श्रद्धालुओं को सुविधा देना है। उन्होंने कहा, कि दोनों परियोजनाओं में अलग-अलग डिजाइन पर कार्य किए जाएं। शारदा कॉरिडोर के तहत बुनियादी ढ़ांचे, पर्यटन और लोगों की आर्थिकी को बढ़ावा देने से संबधित अनेक कार्य किए जाएं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ वर्चुअल बैठक में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम और स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। वहीं दिल्ली में सीएम धामी के साथ पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और राज्यसभा सांसद नरेश बंसल उपस्थित रहे।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami, while taking a meeting regarding the Sharda Corridor project from Uttarakhand Sadan in New Delhi, directed the officials to expedite the work of Sharda Corridor. A joint survey of the land should be done soon for this… pic.twitter.com/TUZT6VacQJ
— ANI (@ANI) February 1, 2025
दरअसल, चंपावत जिले में धार्मिक, साहसिक पर्यटन, प्राकृतिक सौंदर्य के कारण आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मां पूर्णागिरि शक्तिपीठ, स्वामी विवेकानंद के आश्रम, तीर्थ स्थल रीठा साहिब, गुरु गोरखनाथ मंदिर का जिम कॉर्बेट की कर्म स्थली के साथ ऐतिहासिक महत्व भी है। इसके साथ ही पूर्णागिरि मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, इसलिए शारदा कॉरिडोर परियोजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है।