मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार (22 जून 2023) को वर्चुअल माध्यम से देवप्रयाग स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में स्वामी करपात्री महाराज की स्मृति में वेद शास्त्र अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। सीएम धामी खराब मौसम के चलते देवप्रयाग नहीं पहुंच पाए। उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी, युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वाराखेड़ी द्वारा तुलसी के पौधे में जल अर्पित कर किया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, कि संस्कृत का संरक्षण तभी संभव हो सकता है, जब उसको रोजगार से जोड़ा जाएगा। सीएम धामी ने कहा, कि भाषा के मामले में अंग्रेजी को प्रभुत्व न दे। शिक्षा के लिए पलायन रोकने में यह परिसर सफल हुआ है। केंद्र ने राज्य सरकार को यह बड़ी सौगात दी है, जो देववाणी संस्कृत के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
सीएम धामी ने ट्विटर संदेश के माध्यम से जानकारी दी, “आज वर्चुअल माध्यम से देवप्रयाग स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में स्वामी करपात्री जी महाराज के स्मृति में वेद शास्त्र अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। संस्कृत भाषा के संवर्धन में श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर एवं विश्वविद्यालय प्रदेश ही नहीं अपितु देश की महत्त्वपूर्ण धरोहर है। उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही वेदभूमि भी है, हम प्रदेश की शिक्षा में संस्कृत भाषा का समावेश करना चाहते हैं क्योंकि इसके माध्यम से अपनी संस्कृति को व्यापक रूप से समझा जा सकता है।”
आज वर्चुअल माध्यम से देवप्रयाग स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में स्वामी करपात्री जी महाराज के स्मृति में वेद शास्त्र अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। संस्कृत भाषा के संवर्धन में श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर एवं विश्वविद्यालय प्रदेश ही नहीं अपितु देश… pic.twitter.com/jhI4iv0wJW
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 22, 2023
सीएम धामी ने कहा, कि भाजपा सरकार ने संस्कृत को द्वितीय राज्यभाषा बनाया है। मुख्यमंत्री धामी ने करपात्री महाराज के नाम से वेद शास्त्र अनुसंधान केंद्र बनाए जाने पर कहा, कि इससे परिसर का महत्व बढ़ेगा। स्वामी करपात्री महाराज ने 1940 में जबरन मुसलमान बनाए गए लोगों को फिर से हिंदू बनाया था। धर्मरक्षा के लिए उनसे प्रेरणा ली जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री मोदी भी संस्कृत के प्रचार-प्रसार के प्रति गंभीर है। उत्तराखंड सरकार सदैव परिसर के विकास में सहयोग करेगी। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित स्वामी करपात्री महाराज के शिष्य स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा, कि शंकराचार्य के अधूरे कार्यों को स्वामी जी द्वारा पूर्ण किए जाने का प्रयास किया गया था।
वहीं युवा चेतना राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने उद्घाटन कार्यक्रम में कहा, कि 1966 करपात्री महाराज ने तत्कालीन सरकार के विरुद्ध गो संवर्धन को लेकर आंदोलन शुरू किया था। उद्घाटन कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष केके कोटियाल, प्रो. वनमाली विश्वाल, डीएम आशीष चौहान, एसएसपी श्वेता चौबे, एसडीएम अजयवीर सिंह व युक्ता मिश्रा व डॉ. दिनेश चंद पांडे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।