पुलवामा में हुई आतंकी हमले की घटना को आज 4 साल बीत चुके है। 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने पुलवामा में CPRF के काफिले में विस्फोटक से भरे एक वाहन से टक्कर मार दी थी। इस आतंकी हमले में 40 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। भारत ने इस कायराना हमले का 12 दिन बाद ही ‘नापाक’ पाक से बदला ले लिया था। भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था।
पुलवामा आतंकी हमले की चौथी बरसी पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अमर बलिदानियों को नमन करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम धामी ने कहा, पुलवामा आंतकी हमले में अपने प्राणों की आहुति देने वाले मां भारती के वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन किया। उन्होंने कहा, कि आपके द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान सदैव हम सभी को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
पुलवामा आंतकी हमले में अपने प्राणों की आहुति देने वाले माँ भारती के वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन।
आपके द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान सदैव हम सभी को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/7N9Vt9duxW
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 14, 2023
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने पुलवामा के बलिदानियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, राष्ट्र इन वीरों के बलिदान को सदैव स्मरण रखेगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा, उत्तराखंड वीरों की भूमि है और एक सैनिक होने के नाते यह मेरा भी दृढ़ संकल्प है कि उत्तराखण्ड का सैन्य धाम यहां के चार धामों की तरह ही विकसित हो। उन्होंने कहा, कि धामी सरकार द्वारा राष्ट्र के विभिन्न स्मारकों का अध्ययन करके सैन्य धाम के डिजाइन को अंतिम रूप दिया गया है।
बता दें, 14 फरवरी 2019 के दिन राष्ट्र ने अपने 44 वीर सपूतों को खोया था। पाकिस्तान प्रायोजित इस आतंकी हमले में बलिदान देने वाले में उत्तराखंड के दो वीर पुत्र भी थे। वीरगति को प्राप्त जवान मोहन लाल रतूड़ी उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड के बनकोट के रहने वाले थे। वहीं ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा के मोहम्मदपुर भुढ़िया गांव के जवान वीरेंद्र सिंह राणा भी इस आत्मघाती हमले में बलिदान हुए थे।