मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार (7 दिसंबर 2022) को देहरादून में आयोजित उच्च शिक्षा चिंतन शिविर के अंतर्गत राज्य स्तरीय NAAC प्रत्यायन कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने उच्च शिक्षा संस्थानों पर आधारित ‘उत्तराखंड राज्य के NAAC प्रत्यायन की क्वालिटी फैक्ट रिपोर्ट’, ‘अनुशंसा रिपोर्ट’, एवं ‘इनोवेशन इन हायर एजुकेशन पुस्तक’ का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने आज देहरादून में आयोजित उच्च शिक्षा चिंतन शिविर के अंतर्गत राज्य स्तरीय NAAC प्रत्यायन कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। pic.twitter.com/FH1YBi0w8X
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) December 7, 2022
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा उत्तराखंड राज्य में उच्च शिक्षा संस्थानों के आधुनिकरण, उद्यमिता और कौशल विकास के क्षेत्र में देश के प्रतिष्ठित संस्थान ”भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद” के साथ उद्यमिता संवर्धन के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। इसके साथ ही छात्रों को वर्चुअल लैब की सुविधा प्रदान करने के लिए अमृता विश्वविद्यापीठम् केरल और कम्प्यूटर दक्षता और आईटी विशेषज्ञता के लिए एडूनेट आईबीएम के साथ भी एमओयू किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा, “जहां एक पुरानी शिक्षा पद्धति युवाओं को सिर्फ नौकरी दिलाने का उद्देश्य रखती थी, वहीं नई शिक्षा नीति के माध्यम से युवा स्वयं नौकरियां देने वाले बन सकेंगे। इसके माध्यम से युवा इन्टरप्रेन्योर बन सकेगा और स्टार्टअप विकसित कर सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के NAAC प्रत्यायन की क्वालिटी फैक्ट एवं अनुशंसा रिपोर्ट उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के कार्य की रूपरेखा निश्चित करने में सहायक सिद्ध होगी। दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा पहुँचाने के प्रयास में नैक संस्था का पूरा सहयोग मिल रहा है।
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सीएम धामी ने कहा, ” उत्तराखण्ड राज्य के NAAC प्रत्यायन की क्वालिटी फैक्ट एवं अनुशंसा रिपोर्ट उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के कार्य की रूपरेखा निश्चित करने में सहायक सिद्ध होगी। दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा पहुँचाने के प्रयास में नैक संस्था का पूरा सहयोग मिल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दो दिवसीय उच्च शिक्षा चिंतन शिविर में प्रतिभाग कर रहे शिक्षा जगत से जुड़े हुए लोगों का स्वागत करते हुए कहा, कि इस चिंतन शिविर के मंथन से अवश्य ही ज्ञानरूपी अमृत निकलेगा, जो हमारे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार करने में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, कि इसी का परिणाम है, कि राज्य सरकार ने नो पेंडेंसी की नीति को अपनाते हुए प्रभावी ढंग से उत्तराखण्ड में नई शिक्षा नीति को लागू करने का कार्य किया है।
सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा, उत्तराखंड राज्य में सीमित संसाधन होने के बाद भी ऐसा पहला राज्य है, जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को समग्रता से लागू करने का कार्य किया है। राज्य सरकार उत्तराखण्ड को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, कि सरकार छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास तथा शिक्षा क्षेत्र में आवश्यक परिवर्तन करने हेतु दृढ़ संकल्पित है।