शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर पूरे देश में मां दुर्गा के अंतिम स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जा रही है। महाअष्टमी और नवमी तिथि के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने नवरात्रि के व्रत का उद्यापन कर माता के प्रसाद स्वरूप हरियाली को अपने कानों में धारण कर कन्या पूजन किया और परिवार के साथ छोटी-छोटी देवी स्वरूप कन्याओं को हरियाली लगाई और उनके पैर धोकर उन्हें भोजन कराया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार (11 अक्टूबर 2024) को शासकीय आवास पर शारदीय नवरात्र के नवम दिवस पर अष्ट सिद्धियों की दात्री मां सिद्धिदात्री की आराधना कर लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की।
#WATCH | Dehradun | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami along with his family performed 'Kanya Pujan' at his official residence on the auspicious occasion of Durga Ashtami today. pic.twitter.com/tZsJT60XBH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 11, 2024
इस अवसर पर सीएम धामी ने अपने सोशल मीडिया संदेश में लिखा, “शासकीय आवास पर शारदीय नवरात्रि के नवम् दिवस पर अष्ट सिद्धियों की दात्री माँ सिद्धिदात्री की आराधना कर समस्त लोक कल्याण हेतु प्रार्थना की साथ ही सम्पूर्ण विधि-विधान से देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया। आदिशक्ति माँ भगवती समस्त प्रदेशवासियों का कल्याण करें और उन्हें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें, ऐसी कामना करता हूँ।”
आदिशक्ति माँ भगवती समस्त प्रदेशवासियों का कल्याण करें और उन्हें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें, ऐसी कामना करता हूँ। pic.twitter.com/gGhePPqdjE
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 11, 2024
महाअष्टमी और नवमी तिथि पर देहरादून राजभवन, मंत्रीमंडल सदस्यों के घरों में भी आज कन्या पूजन के उत्सव हुए। मनसा देवी, चंडी देवी, मां डाटकाली, टपकेश्वर मंदिर पूर्णागिरी मंदिर, गर्जिया मंदिर, मां धारी देवी, बाराही देवी, महा काली मंदिर आदि देवी स्थलों पर भी मां शक्ति की आज उपासना हुई और विशेष पूजा अर्चना के साथ-साथ भंडारों का भी आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है, कि इस बार शारदीय नवरात्रि पर दो तिथियां एक ही दिन पड़ने के कारण अष्टमी और नवमी तिथि को लेकर भ्रम की स्थिति थी। शास्त्रों में नवरात्रि पर अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन करने का विशेष महत्व होता है। राजधानी देहरादून में शारदीय नवरात्र के अष्टमी व नवमी पूजन एक दिन होने से बाजार में खरीदारी के लिए लोग उमड़ पड़े। कंजक के लिए उपहार व पूजा सामग्री की खरीदारी के लिए पूजा व परचून की दुकानों पर काफी भीड़ लगी रही।