उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में हुए भूस्खलन की घटना के बाद बचाव अभियान दूसरे दिन भी जारी है। सोमवार (13 नवम्बर 2023) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास सुरंग से हुए भू-धंसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रेलमंत्री द्वारा भी इस संबंध में हमसे बात की गई है। प्रधानमंत्री ने बचाव और राहत कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी लेते हुए प्रदेश सरकार को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी, “सिल्क्यारा, उत्तरकाशी पहुँचकर दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और संचालित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
सिल्क्यारा, उत्तरकाशी पहुँचकर दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और संचालित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने भी केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़ एवं प्रदेश प्रशासन की टीमे पूरी ताक़त के साथ… pic.twitter.com/COxtRGjVnf
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 13, 2023
उन्होंने कहा, एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़ एवं प्रदेश प्रशासन की टीमे पूरी ताक़त के साथ राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हैं, शीघ्र ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। इस कठिन समय में हम टनल में फँसे श्रमिकों के परिवारजनों के संपर्क में हैं और उनके साथ मज़बूती से खड़े हैं।” मुख्यमंत्री धामी ने भरोसा जताया, कि ईश्वर की कृपा और बचाव अभियान में जुटी टीम के प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
सीएम धामी ने कहा, राहत एवं बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसियों को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत व बचाव कार्य पूरी तेजी से चलाने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा, कि अभियान के लिए बाहर से जिस तरह की भी सामग्री और विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी उसे सरकार शीघ्र उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि बचाव अभियान और मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है। खाद्य सामग्री अंदर भेज दी गई है और हम विशेषज्ञों से बात कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता सभी को सुरक्षित बचाए जाने की है। सीएम धामी ने कहा, राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है।
बता दें, सिल्क्यारा टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव का अभियान पिछले 30 घंटे से अधिक समय से लगातार जारी है। एनएचडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलको ने मीडिया को बताया, कि सुरंग के अंदर प्रभावित क्षेत्र में मलवे को स्थायित्व प्रदान करने के लिए शॉर्ट क्रीटिंग का कार्य किया जा रहा है। अंदर फंसे मजदूर तक पानी खाद्य पदार्थों की सप्लाई की गई है उनसे अनेक बार संपर्क किया गया है।
निदेशक ने बताया, कि अंदर फंसे सभी 40 मजदूर सुरक्षित है। डीएम रोहिला ने मौके पर विशेषज्ञों के साथ बचाव अभियान की आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। टनल से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी ने बताया, कि बचाव अभियान को पूरी तेजी से संचालित किया जा रहा है। इस अभियान में विभिन्न एजेंसियों और विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है, ताकि टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।
वहीं उत्तरकाशी के सर्कल अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया, कि मलबा लगभग 60 मीटर गहरा है। जैसे ही हम मलबा हटा रहे हैं, यह ऊपर से गिरता जा रहा है। मौजूदा स्थिति यह है, कि कल हमने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के साथ संचार स्थापित किया था। हमने सुरंग के अंदर लगभग 15 मीटर तक चले गए हैं, और लगभग 35 मीटर की दूरी तय करना बाकी है। हर कोई सुरक्षित है, हमने उन्हें ऑक्सीजन और पानी उपलब्ध कराया है। हम सुरंग के अंदर जाने के लिए बगल में अपना रास्ता बना रहे है।