मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार (11 अगस्त 2023) को कोटद्वार में अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया। इस दौरान सीएम धामी के साथ विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक कोटद्वार रितु खंडूरी भी उपस्थित रही। सीएम धामी ने अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर आपदा से प्रभावित हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने, जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी को दुरुस्त करने समेत आवश्यकतानुसार फॉगिंग, चूना छिड़काव करने हेतु निर्देशित किया।
समाचार एजेंसी ANI उत्तराखंड की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कोटद्वार दौरे के दौरान मीडिया को जानकारी दी, “भारी बारिश और जलभराव के कारण कई हिस्से प्रभावित हुए हैं, और पुल, सड़कें और घर क्षतिग्रस्त हो गए है। सीएम धामी ने कहा, प्रशासन कुशलता से कार्य कर रहा है। प्रशासन को बाढ़ प्रभावित लोगों को जरुरी सहायता प्रदान करने हेतु निर्देश दिए गए है।”
#WATCH | “Due to heavy rainfall and waterlogging many parts have been affected and bridges, roads and houses have been damaged, I visited all the places. The concerned administration is working efficiently… We have directed the administration to provide necessary help and… pic.twitter.com/8aTx9RVb8e
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 11, 2023
सीएम धामी ने आपदाग्रस्त क्षेत्र के स्थलीय निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को गाड़ीघाटी में कुंभीचौड-रतनपुर को जाने वाले एप्रोच मार्ग पर तेजी से कार्य करने तथा मालन नदी पर हल्दूखाता-किशनपुर-सिगड्डी मार्ग की कनेक्टिविटी तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार राज्य में आपदा प्रभावित नागरिकों को त्वरित सहायता एवं राहत प्रदान करने के लिए व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने हेतु सतत क्रियाशील है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारी बारिश के कारण दुगड्डा ब्लाॅक की मालन घाटी में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बताया जा रहा है, कि चूना महेड़ा गांव में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां कई घर ध्वस्त हुए है, जबकि कई मकान मलबे में दब गए और एक बुजुर्ग लापता हो गया। वहीं सटे सौड़, लदोखी, धरगांव, चौंडली, मैती काटल, जौरासी आदि गांवों में कई नाली कृषि भूमि मलबे में दब गई।