मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार (16 सितम्बर 2022) को अपना 48वां जन्मदिन ‘संकल्प दिवस’ के रूप मनाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जन्मदिन पर राज्यवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड को 2025 तक प्रत्येक क्षेत्र में राष्ट्र के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। शुक्रवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर अपने परिवार के साथ महादेव का जलाभिषेक किया।
जय श्री टपकेश्वर महादेव !
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय।। pic.twitter.com/713I5XeAOC— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 16, 2022
मुख्यमंत्री धामी ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर कहा, कि जन भावनाओं के अनुरूप राज्य के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है। उत्तराखंड की जनता से किए वादों को पूरा करने की दिशा में तेजी से प्रयास किए जा रहे है। सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार से देवभूमि उत्तराखंड के विकास के लिए पूरा सहयोग मिल रहा है, इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
Dehradun, U'khand | In last 8 years PM has worked to increase India's honour & respect & in his tenure India has attained worldwide recognition & respect…Today on Resolution Day we resolve to make Uttarakhand the best state in India: CM PS Dhami on the occasion of Sankalp Diwas pic.twitter.com/pEPchO1QXQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 16, 2022
‘संकल्प दिवस’ के रूप में मनाए जा रहे मुख्यमंत्री धामी के जन्मदिन के अवसर पर सीमाद्वार में आइटीबीपी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम धामी ने जवानों और विद्यार्थियों के बीच केक काटा। सीएम धामी ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, कि सैन्य बलों एवं विद्यार्थियों से जुड़े कार्यक्रम उन्हें सदैव नई ऊर्जा देते है। उन्होंने कहा, कि हमारे जवान राष्ट्र की सुरक्षा से लेकर जन सेवा तक के कार्य के लिए प्रत्येक क्षण तत्पर रहते है। सीएम धामी ने कहा, कि सैनिकों एवं उनके परिवार का जीवन हमेशा संघर्षो से भरा रहता है।
आज सीमाद्वार, देहरादून में @ITBP_official द्वारा 'संकल्प दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर बच्चों एवं जवानों के साथ जन्मदिवस मनाने का अवसर प्राप्त हुआ।
सैन्य पृष्ठभूमि से होने के कारण सेना के बीच जीवन के महत्वपूर्ण पल व्यतीत करना आत्मीयता की अनुभूति कराता है। pic.twitter.com/7cZLyRFzF2
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 16, 2022
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने जन्मदिन पर उत्तराखंड में एंटी नारकोटिक्स एक्शन फोर्स का गठन करने, 2025 तक उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री करने का संकल्प, भ्रष्टाचार रोकने को विजिलेंस का ढांचा बढ़ाने व ट्रैपिंग मनी 15 साल के बजाय अब 15 दिन में वापस मिलने की घोषणा की।
सीएम पुष्कर सिंह धामी के जन्मदिन के अवसर पर भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने संकल्प मैराथन दौड़ का आयोजन किया। पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने हरी झंडी दिखाकर दौड़ का शुभारंभ किया। सीएम धामी ने इस मौके पर कहा, कि युवा दौड़ेंगे खेलेंगे तो फिट रहेंगे और नशे से दूर रहेंगे, इसी संकल्प के साथ मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। मैराथन दौड़ में आशा बिष्ट ने में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
We take this oath on the occasion of Sankalp Diwas to make Uttarakhand one of the best states in the country. We'll work to keep Uttarakhand free from corruption & intoxication. All examinations in the state will be conducted in a fair &transparent manner: Uttarakhand CM PS Dhami https://t.co/WZja7aVSBI pic.twitter.com/u0CrugY7BL
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 16, 2022
उल्लेखनीय है, कि विधानसभा चुनाव 2022 में खटीमा सीट से चुनाव हारने के बावजूद भी केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तराखंड राज्य का दायित्व पुष्कर सिंह धामी को सौंपा। सीएम धामी को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उत्तराखंड के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा। मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद सीएम धामी ने सम्पूर्ण उत्तराखंड में अपनी अलग पहचान बनाई और राज्य के युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई।
गौरतलब है, कि सीएम धामी के खटीमा सीट से चुनाव हार जाने के बाद उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं ने भाजपा के केंद्रीय नेताओं की परिक्रमा के साथ ही दिल्ली दरबार में बाकायदा लॉबिंग शुरू कर दी थी, हालाँकि कुर्सी के बड़े- बड़े दिग्गजों को पछाड़ कर सीएम धामी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के समक्ष अपनी नेतृत्व क्षमता को प्रस्तुत करने में कामयाब रहे। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम धामी के चुनाव हारने के बावजूद फिर से उन्हें मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा, और इस तरह सीएम धामी ने हारी हुई बाजी को भी जीत में बदल दिया।